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(Kirandeep )
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किरणदीप (Kirandeep )को अमृतसर एयरपोर्ट पर रोका गया

अमृतसर. खालिस्तान समर्थक नेता और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप (Kirandeep ) कौर को गुरुवार को ब्रिटेन जाने से रोक दिया गया. इस पहले उसे अमृतसर एयरपोर्ट पर हिरासत में लिए जाने की खबर आई थी. हालांकि पंजाब पुलिस से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि वह पहले से ही पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हैं और उसे हिरासत में नहीं लिया गया है. सूत्र ने कहा कि आव्रजन अधिकारियों ने किरणदीप के पति की पृष्ठभूमि को देखते हुए उन्हें केवल पूछताछ के लिए रोका है.

किरणदीप कौर ने इससे पहले पुलिस की पूछताछ के दौरान बताया था कि अमृतपाल से उसका कोई संपर्क नहीं हो पाया है. बता दें कि अमृतपाल की पत्नी यूक्रे की नागरिक हैं और वह लंदन जाने वाली थी, उसके खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.

किरणदीप से पहले भी पूछताछ कर चुकी है पुलिस
अमृतपाल की पत्नी को अमृतसर एयरपोर्ट कौन रिश्तेदार छेाड़ने आया था, इस बात का भी अभी पता नहीं चल पाया है. पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने फिलहाल कोई भी खुलासा करने से इनकार कर दिया है. एयरपोर्ट पर कोई भी रिश्तेदार नहीं दिखाई दिया है.

किरणदीप कौर से अमृतपाल की फरारी के बाद पहले भी पूछताछ कर चुकी है. चूंकि किरणदीप कौर यूके की नागरिक है, इसलिए यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उसके पासपोर्ट की भारत में कितनी मियाद थी. सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस बारे में जानने की कोशिश कर रही है कि वह कितने समय के लिए पासपोर्ट पर भारत में रह सकती थी. किरणदीप कौर ने पहले दिए एक इंटरव्यू में यह भी कहा था कि दो माह बाद उन्हें भारत छोड़ना पड़ेगा.
अमृतपाल ने इसी साल 10 फरवरी को किरणदीप से की थी शादी
अमृतपाल सिंह ने इसी साल 10 फरवरी को यूके में रहने वाली इस एनआरआई किरणदीप कौर से शादी की थी. दोनों की शादी को बड़े गुपचुप तरीके से अमृतपाल सिंह के पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में किया गया था. इस शादी के ज्यादा फोटोग्राफ्स भी नहीं हैं. अमृतपाल सिंह ने अपनी शादी के बाद कहा था कि उसकी पत्नी उसके साथ पंजाब में रहेगी, क्योंकि यह शादी रिवर्स माइग्रेशन का संदेश था और वह चाहता है कि सभी पंजाबी प्रवासी राज्य में लौट आएं. किरणदीप का परिवार कथित तौर पर जालंधर का रहने वाला है.
गौरतलब है कि अमृतपाल को पुलिस से छिपते हुए एक माह से ज्यादा समय हो चुका है. उसके लगभग सभी साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कुछ को पूछताछ के बाद छोड़ भी दिया गया था. अमृतपाल के 9 साथियों पर एनएसए के तहत मामला दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल में रख गया है.