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(Central Vista)
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कतर्व्य पथ सेंट्रल विस्‍टा (Central Vista)को देखने आने वालों संख्‍या लगातार बढ़ी

दिल्ली-इंडिया गेट पर बने सेंट्रल विस्‍टा को देखने के लिए लोगों की संख्‍या लगातार बढ़ रही है. इंडिया गेट पर बने सेंट्रल विस्‍टा (Central Vista) को देखने के लिए लोगों की संख्‍या लगातार बढ़ रही है.
कर्तव्य पथ को देखने आने वाले लोग गुलामी की मानसिकता से निकलकर नए भारत की ओर बढ़ते पथ के तौर पर इसे देख रहे हैं. बीजेपी के युवा नेता मनोज यादव का मानना है कि पीएम नरेंद्र मोदी देश को पूरी तरह से बदलने और विश्व के अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. इसमें गुलामी के प्रतीकों को भी बदलना और स्वतंत्र देश में सर ऊँचा करके राष्ट्र निर्माण में शामिल होना भी शामिल है.

दिल्ली के दिल में स्थित सेंट्रल विस्टा कॉरिडोर और कर्तव्य पथ लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बनता जा रहा है. सप्ताह के अंत में यहां पर आने वाली भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली पुलिस ने शनिवार और रविवार को सेंट्रल विस्टा कॉरिडोर और जनपद के आसपास लगभग 500 पुलिसकर्मी तैनात करने का फैसला लिया है.

विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक का लगभग 3 किलोमीटर लंबे रास्ते को जनता के लिए खोल दिया गया है. नए तरीके से तैयार किए गए कर्तव्य पथ पर आम लोगों की सुविधा का खास खयाल रखा गया है. रास्ते के दोनों और खूबसूरत हरियाली के साथ रात के वक्त यहां पानी के झरने भी दिखाई देंगे. जगमगाती लाइट्स में यह नजारा और भी खूबसूरत दिखाई दे रहा है. यहां पर ब्लॉक और बिक्री स्टॉल के साथ पार्किंग की भी सुविधा दी गई है. फूड स्टॉल में विभिन्न राज्यों के लजीज पकवानों की व्यवस्था की गई है. कर्तव्य पथ पर चलने वाले लोगों के लिए सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यहां लाल पत्थर लगाए गए हैं. इसमें लगभग 16 किलोमीटर लंबा वाकिंग ट्रैक तैयार किया गया है. इससे पहले यहां पर बजरी जैसी रेत इस्तेमाल किया गया था. महिलाओं के लिए 64 और पुरुषों के लिए 32 शौचालयों का निर्माण भी यहां पर किया गया है. 900 नए लाइट पोल लगाने के साथ यहां पर 101 एकड़ के लॉन को भी अलग-अलग प्रजातियों के घास से तैयार किया गया है.74900 वर्ग किलोमीटर में फैली नहरों का भी नवीनीकरण हुआ है. यहां पहले से स्थित जामुन के पेड़ों को हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर 140 नए पेड़ लगाए गए हैं.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र

सेंट्रल विस्टा परिसर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्‍य प्रतिमा को 26,000 घंटे के अथक कलात्‍मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है. काले रंग के ग्रेनाइट पत्‍थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्‍थापित किया गया है जो पहले गुलामी का प्रतीक था. जानकारी के अनुसार 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा भारत की विशालतम, सजीव, अखंड पत्‍थर पर, हाथों से निर्मित प्रतिमाओं में से एक है. ग्रेनाइट के इस अखंड पत्‍थर को तेलंगाना के खम्‍मम से 1665 किलोमीटर दूर नयी दिल्‍ली तक लाने के लिए 100 फुट लंबा 140 पहियों वाला एक ट्रक विशेष तौर पर तैयार किया गया था.

गुलामी की मानसिकता से निकलकर नए भारत की ओर बढ़ता कर्तव्य पथ

जानकारों का मानना है कि कर्तव्य पथ को देखने आने वाले लोग गुलामी की मानसिकता से निकलकर नए भारत की ओर बढ़ते पथ के तौर पर इसे देख रहे हैं. बीजेपी के युवा नेता मनोज यादव का मानना है कि पीएम नरेंद्र मोदी देश को पूरी तरह से बदलने और विश्व के अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. इसमें गुलामी के प्रतीकों को भी बदलना और स्वतंत्र देश में सर ऊँचा करके राष्ट्र निर्माण में शामिल होना भी शामिल है. मनोज यादव का कहना है कि इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से घोषणा भी की थी.मनोज यादव कहते हैं कि कर्तव्य पथ पर लोगों की उमड़ती अपार भीड़ पीएम नरेंद्र मोदी के कामकाज पर एक तरह से मोहर भी है. लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है.