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आप जिस घर में रहते हैं उसकी बनावट और आकार पर ध्यान देना बेहद आवश्यक-सद्गुरु

 Negative enargy: जग्गी वासुदेव सद्गुरु के नाम से जाने जाते हैं. वे अक्सर ही आध्यात्म से जुड़ी बातें करते दिखाई पड़ जाते हैं. कुछ ही समय पहले का सद्गुरु (Sadhguru) का एक वीडियो है जिसमें वे घर को शुद्ध रखने का जिक्र कर रहे हैं. असल में घर की नकारात्मकता बढ़ जाने पर और घर से नकारात्मक ऊर्जा (Negative Energy) निकालने के लिए घर का शुद्धिकरण करना आवश्यक होता है.

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अगरबत्ती या साम्ब्रानी जलाएं
सद्गुरु के अनुसार, आप जिस घर में रहते हैं उसकी बनावट और आकार पर ध्यान देना बेहद आवश्यक होता है. अलग-अलग तरह की बनावटें और आकार अलग-अलग तरह की ऊर्जा संरचनाएं बनाती हैं. ये ऊर्जा संरचनाएं अगर बहुत तीव्र हो जाएं तो ये आपकी मनोवैज्ञानिक या भावनात्मक स्थिति में या तो सहायक हो सकती हैं या फिर रुकावट बन सकती हैं. ऐसे में कुछ खास चीजें जैसे चंदन, साम्ब्रानी जोकि शक्तिशाली चीज है, इसे घर में जलाया जा सकता है. सद्गुरु के अनुसार, अगर घर में कोई बीमार हो तो खासतौर से साम्ब्रानी (Sambrani) जलाएं. यह वातावरण पर अत्यधिक प्रभावित होती है.
सद्गुरु कहते हैं कि घर के अंदर की हवा जीवंत होनी चाहिए. हवा और सतहों में मौजूद कुछ खास तरह के बैक्टीरिया को मारने के लिए भी अगरबत्ती काम में आती है. हालांकि, इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ये धूप या अगरबत्ती प्राकृतिक हो तो ज्यादा अच्छा है.

हमेशा एक दीपक जलाकर रखना
सद्गुरु का कहना है कि घर में हमेशा एक दीपक (Diya) जलाए रखना जरूरी है. वे कहते हैं कि आमतौर पर योग संस्कृति और योग विज्ञान में हम जीवन को 5 मूलभूत तत्वों के मिश्रण के रूप में देखते हैं, पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और आकाश. इनमें से अग्नि जीवन को बनाने में एक महत्वपूर्ण पहलू है. इसलिए हर दिन एक दीया जलाकर उसकी उपस्थिति में कुछ देर रहना चाहिए, क्योंकि यह बहुत सारी चीजों को दूर करेगा, आपके शरीर को शुद्ध करेगा, संक्रमण से दूर रखेगा, खासकर हवा से फैलने वाले इंफेक्शन हटाने के लिए घर में दीया जलारकर रखना चाहिए. सोने के कमरे में छोटा सा दीया जलाना भी फायदेमंद है.

भैरवी पुण्य पूजा
पुण्य पूजा घर को सजीव बनाने के लिए की जाती है. सद्गुरु कहते हैं कि अगर आप अपने घर में हर पल अपने भीतर प्रेम और उजाले को भरा हुआ पाते हैं तो आपको पुण्य पूजा (Punya Pooja) करवाने की आवश्यकता नहीं है. पर आजकल बड़े बने घरों में रहकर उन्हें जीवंत बनाना मुश्किल होगा. सद्गुरु के अनुसार, घर को जीवंत बनाने के लिए ही पुण्य पूजा करवाई जाती है जिससे घर सजीव बना रहे नहीं तो घर के कई हिस्से ऐसे हो जाएंगे कि आपको ताबुत जैसा महसूस होगा. घर को प्रतिष्ठित करना ही पुण्य पूजा है.