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फिर लगेगा इंडिया का ‘मेला'(इंडिया )

इंडिया बैठक: लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया (इंडिया )  गठबंधन में शामिल सभी दल एक बार फिर एकजुट होने वाले हैं. मंगलवार को होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली पहुंच चुकी हैं. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव भी सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे. अखिलेश यादव के बैठक में शामिल होने की पुष्ट जानकारी नहीं मिली है. लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि तीन राज्यों में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस लालू-ममता और अखिलेश को एक पलड़े में ला पाएगी.
ममता बनर्जी ने क्या कहा?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी रविवार को चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचीं. अपने दौरे के दौरान उनका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा अपनी पार्टी के सांसदों से मिलने और ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में भाग लेने का कार्यक्रम है. दिल्ली रवाना होने से पहले बनर्जी ने कोलकाता में हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि वह पश्चिम बंगाल के लिए केंद्रीय निधि जारी करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगी.
पीएम मोदी से मिलेंगी सीएम ममता
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उन्होंने (केंद्र) हमारा कोष रोक दिया है और हमारा बकाया जारी करने को तैयार नहीं हैं. बंगाल एकमात्र राज्य है जिसका कोष रोक दिया गया है.’ उन्होंने कहा, ‘हम इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और हम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे . मैं प्रधानमंत्री से मुलाकात करूंगी.’ बनर्जी सोमवार को पार्टी सांसदों के साथ बैठक करेंगी. साथ ही वह मंगलवार को ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन की बैठक में भाग लेंगी. वह अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर पश्चिम बंगाल की बकाया राशि जारी करने के लिए दबाव डालेंगी.
लालू प्रसाद यादव भी होंगे शामिल
इससे पहले खबर आई थी कि इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने के लिए राज प्रमुख लालू प्रसाद यादव और डिप्टी CM तेजस्वी यादव भी होंगे. लालू और तेजस्वी 18 दिसंबर की सुबह 10:40 बजे पटना से दिल्ली के लिए होंगे. इस यात्रा में तेजस्वी की पत्नी राजश्री भी साथ होंगी.
सीट बंटवारे पर होगी नजर
इंडिया में शामिल दलों की मंगलवार को होने वाली बैठक में प्रमुख राज्यों में सीट-बंटवारे पर ध्यान केंद्रित होने की संभावना है. इसके साथ ही, कुछ नेता हालिया विधानसभा चुनावों में भाजपा से मिली हार के बाद 31 दिसंबर से पहले समझौते और संयुक्त रणनीति को फिर से तैयार करने पर जोर दे रहे हैं. आगामी लोकसभा चुनावों में एकजुट होकर भाजपा से लड़ने के लिए एक साथ आए अलग-अलग विपक्षी दलों के नेताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती सत्तारूढ़ दल के जवाब में एक वैकल्पिक साझा कार्यक्रम लाने की भी है.

..सीट-बंटवारा 31 दिसंबर से पहले
सूत्रों की मानें तो विपक्षी नेताओं के एक वर्ग का कहना है कि सीट-बंटवारा 31 दिसंबर से पहले किया जाना चाहिए. जिससे संयुक्त अभियान रणनीति विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने और लोगों के सामने एक साझा कार्यक्रम पेश करने में मदद मिल सके. राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की हालिया जीत ने भी विपक्षी दलों पर एकजुट होने का दबाव बढ़ा दिया है.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को आठ सीटें..
साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि सपा द्रमुक जैसी कुछ पार्टियां कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे सकती हैं. सूत्रों की मानें तो सपा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को आठ सीटें देने को तैयार है, लेकिन कांग्रेस ज्यादा सीट चाहती है. सपा नेता शिवपाल यादव ने रविवार को भरोसा जताया कि सीट बंटवारे या प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी. उन्होंने कहा, ‘इंडिया गठबंधन एकजुट होकर देश से भाजपा को हटाएगा.’
इंडिया की चौथी बैठक
यह ‘इंडिया’ की चौथी बैठक होगी. इसकी पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी. दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में और तीसरी बैठक 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच मुंबई में हुई थी, जहां 27 दलों ने एकजुट होकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का संकल्प लिया था.