नयी दिल्ली। भारत में अंतरिक्ष एवं उपग्रह कंपनियों के शीर्ष उद्योग संघ इंडियन स्पेस एसोसिएशन (इस्पा) ने आज कहा कि वर्ष 2025 तक भारतीय अर्थव्यवस्था के 13 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
इस्पा ने अपने प्रथम स्थापना दिवस पर ईवाई के साथ मिलकर एक रिपोर्ट तैयार किया है जिसके आधार पर यह अनुमान जताया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष इस्पा को लांच किया था। यह रिपोर्ट भारत में अंतरिक्ष पारितंत्र के विकासशील घटकों को सामने लाती है और इसमें भारत में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के परिदृश्य एवं देश में इससे सामाजिक आर्थिक विकास में तेजी आने की संभावना को कवर किया गया है।
इस्पा के अध्यक्ष जयंत डी पाटिल ने कहा उनके संगठन ने पिछले एक वर्ष में नीति संबंधी परामर्श, उद्योगपतियों के साथ बातचीत में उल्लेखनीय प्रगति की है। हम हमारी परिचर्चा में विभिन्न मंत्रालयों और संस्थानों की ओर से सहयोग और पूरे साल हमारे सदस्यों की भागीदारी की सराहना करते हैं और हमें यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता है कि इस्पा 50 सदस्यों वाला एक मजबूत संगठन है और महज एक वर्ष में यह संख्या सात से बढ़कर 50 पहुंची है। यह हमारे उन प्रयासों का प्रमाण है जिसे सही दिशा में श्रृंखलाबद्ध किया जा रहा है।
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उन्होंने रिपोर्ट का हवाला देते हुये कहा कि अंतरिक्ष पारितंत्र के तेजी से बढऩे के साथ भारत साल दर साल 6 प्रतिशत की वृद्धि दर से वर्ष 2025 तक 13 अरब डॉलर पर पहुंचने को तैयार है। चूंकि भारत में नयी अंतरिक्ष नीति आने की उम्मीद है, निजी क्षेत्र की भूमिका भारतीय अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था की मौजूदा मूल्य श्रृंखला में एक क्रांति लाने की होगी।