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(Indian Army):

परंपरागत हथियारों से लैस भारतीय सेना

नोएडा । एक बार फिर त्रिशूल, वज्र, सैपर पंच, दंड और भद्र जैसे हथियार तवांग झड़प (Indian Army) के बाद चर्चा में है। वजह बिना किसी को जान से मारे यह हथियार सबक (Indian Army) सिखा सकते हैं।

तवांग में भारत और चीन के सैनिकों में झड़प

9 दिसंबर को तवांग में भारत और चीन के सैनिकों में झड़प में 600 चीनी सैनिकों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर घुसपैठ की कोशिश की। हमारी सेना ने कंटीले लाठी-डंडों से दुश्मनों को खदेड़ दिया। दर्जनों चीनी सैनिकों की हड्डियां टूटीं। वे भाग खड़े हुए।

1996 में हुए समझौते गोलीबारी या विस्फोटकों से हमला नहीं

LAC के दो किलोमीटर के दायरे में 1996 में हुए समझौते के तहत कोई भी पक्ष यानी चीन और भारत गोलीबारी या विस्फोटकों से हमला नहीं करेगा।

http://हरियाणा पुलिस में जॉइनिंग न होने से परेशान होकर आंदोलन

लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून 2020 को दोनों सेनाओं के बीच झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। गोली चलाने की इजाजत न हो और दुश्मन सैनिकों से सामना हो जाए जवाब दिया जा सके।