Breaking News
 (Australia..)
 (Australia..)

भारत ने ऑस्ट्रेलिया  (Australia..)में टेस्ट सीरीज की फतह..

नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट के लिहाज से आज यानी 7 जनवरी का दिन बेहद खास है. भारत ने इसी दिन साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया             (Australia..) में पहली टेस्ट सीरीज जीती थी. भारत के 71 साल के टेस्ट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था. तब टीम इंडिया ने कंगारुओं को उन्हीं के घर में टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी थी. इस ऐतिहासिक जीत के हीरो चेतेश्वर पुजारा थे . पुजारा ने सीरीज में 521 रन जुटाए जिसमें सिडनी टेस्ट में खेली गई उनकी 193 रन की पारी भी शामिल है. सौराष्ट्र के इस अनुभवी बैटर को प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया.

पेसर जसप्रीत बुमराह ने 21 विकेट चटकाए थे जबकि विकेटकीपर बैटर ऋषभ पंत ने सिडनी टेस्ट में शतकीय पारी खेली थी. सिडनी टेस्ट के ड्रॉ होते ही भारत ने सीरीज पर कब्जा कर लिया. सिडनी में खेले गए सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट में 3 दिन बारिश और खराब रोशनी ने खलल डाला. ऐसे में इस टेस्ट में रिजल्ट नहीं निकल सका. भारतीय टीम ने साल 1947 से ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर रही थी लेकिन इससे पहले उसने वहां कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती थी.

मेलबर्न टेस्ट जीतकर भारत ने बनाई बढ़त
विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने सीरीज के पहले टेस्ट मैच में बाजी मारी. एडिलेड में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारत के नाम रहा. पर्थ टेस्ट में कंगारुओं ने शानदार वापसी की और भारत को हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली. इसके बाद कोहली एंड कंपनी में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए तीसरे टेस्ट में पलटवार करते हुए मेजबान को 137 रन से रौंदकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली. सभी की नजरें इसके बाद सिडनी टेस्ट पर लग गई जहां बारिश ने भी अपना खेल दिखाया. हालांकि सिडनी टेस्ट ड्रॉ हुआ और टीम इंडिया पहली बार कंगारुओं की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही.

पहला एशियाई देश बना भारत
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम है. कोहली भारत के इकलौते बने जिनकी अगुआई में टीम इंडिया ने ये कारनामा किया. ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली भारत दुनिया की पांचवीं टीम है. टीम इंडिया से पहले इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका की टीम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही हैं. विदेश में ओवरऑल टेस्ट सीरीज जीत की बात करें तो यह भारत की 19वीं जीत थी.