Breaking News

माननीय प्रधानमंत्री ने बरेका निर्मित 10,000वें लोकोमोटिव राष्ट्र को समर्पित किया  !

 विकसित भारत, संकल्प  यात्रा के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र  मोदी ने बनारस रेल इंजन कारखाना द्वारा निर्मित 10,000वां लोकोमोटिव WAP7 का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हरी झण्डी दिखाकर राष्ट्र  को समर्पित किया । प्रधानमंत्री ने बरकी गांव, वाराणसी में आयोजित सभा स्थल से रिमोट के माध्यम से इस लोकोमोटिव का लोकार्पण किया । विदित हो कि दिसम्बर 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री ने डूअल कैब डीजल लोकोमोटिव WDP4D को हरी झंडी दिखाई थी और लोको उत्पाेदन में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से “मेक इन इंडिया” का मंत्र दिया था । तबसे बरेका न सिर्फ आत्मनिर्भरता के रास्ते पर तेजी से दौड़ा, बल्कि और शक्तिशाली इंजन बनाने में सफलता भी मिली ।
                                     जिसका परिणाम है कि आज बरेका 10,000वां लोकोमोटिव बनाकर एक इतिहास रचा है । इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए संपूर्ण बरेका गौरवान्वित महसूस कर रहा है । महाप्रबंधक श्री बासुदेव पांडा सहित समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी में खुशी का माहौल व्याप्त है, खासकर महिला कर्मचारियों में अत्यधिक उत्साह देखने को मिला । इस अवसर पर काफी संख्या में बरेका अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे ।
 बनारस रेल इंजन कारखाना जिसे पहले डीजल रेल इंजन कारखाना के नाम से जाना जाता था, ने ALCO लोको तकनीक पर आधारित पहला लोकोमोटिव तैयार करके अपनी यात्रा शुरू कर न केवल रेल इंजनों के उत्पानदन में कीर्तिमान स्थापित किया है, बल्कि रेल इंजनों की अश्वं शक्ति में वृद्धि के साथ ही नयी-नयी तकनीक का भी विकास किया है ।
                           वर्ष 2017 से बरेका ने विद्युत लोको का निर्माण शुरू किया। वर्तमान में बरेका रेलवे के लिए यात्री सेवा हेतु WAP7 और मालवाहक हेतु WAG9 इंजनों के निर्माण के साथ ही गैर रेलवे ग्राहकों एवं निर्यात के लिए रेल इंजन का उत्पादन कर रहा है । अब तक बरेका 1687 विद्युत लोकोमोटिव, 7498 डीजल लोकोमोटिव, 172 निर्यातित लोकोमोटिव (11 देशों में), गैर रेलवे ग्राहक हेतु 634 लोकोमोटिव, 01 डुएल (डीजल+विद्युत) मोड लोकोमोटिव, 08 डीजल से इलेक्ट्रिक में परिवर्तित लोकोमोटिव का निर्माण किया है।
उल्लेखनीय है कि बरेका की नीव प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद ने 23 अप्रैल 1956 को रखी गयी थी । अगस्त 1961 में बरेका अपने अस्तित्व में आया । 03 जनवरी 1964 में पहला ब्राड गेज WDM2 का लोकार्पण पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादूर शास्त्री  ने एवं नवम्बर 1968 में पहले मीटर गेज रेल इंजन YDM4 का लोकार्पण पूर्व प्रधानमंत्री श्री मोरारजी देसाई ने किया था । बरेका ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक 10,000 रेल इंजन बनाकर अभूतपूर्व इतिहास रचा है ।
प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित 10,000वां एसी-एसी 6000 अश्व शक्ति पैसेंजर लोकोमोटिव WAP7-37638 साउथ सेंट्रल रेलवे के लालागुडा इलेक्ट्रिक लोको शेड को भेजा जा रहा है। उक्त लोकोमोटिव जो आरटीआईएस-वास्तविक समय सूचना प्रणाली, गर्मियों के लिए वातानुकूलित ड्राइवर कैब, सर्दियों के दौरान ड्राइवर के लिए गर्म हवा का प्रावधान, HOG- ट्रेन लाइटिंग के लिए हेड ऑन जेनरेशन, रिजेनरेटिव ब्रेक सिस्टPम जैसी प्रमुख विशेषताओं से सुसज्जित है, जिसकी स्पीड 140 किमी प्रति घंटा है ।
                                        लोकार्पण समारोह में बरेका महाप्रबंधक श्री बासुदेव पांडा, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर श्री एस.के. श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री रजनीश गुप्ता, प्रधान वित्त  सलाहकार श्री नीरज वर्मा, प्रमुख मुख्य इंजीनियर श्री विनोद बमपाल, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त  श्री रणवीर सिंह चौहान, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी श्री विजय कुमार श्रीवास्तव, मुख्य  अभिकल्प इंजीनियर-विद्युत लोको श्री अनील कुमार जैन, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक श्री विजय, मुख्य विद्युत इंजीनियर-लोको श्री अरूण कुमार शर्मा, मुख्य विद्युत सर्विस इंजीनियर श्री एम.के.सिंह, मुख्य  यांत्रिक इंजीनियर श्री नीरज जैन, मुख्य  यांत्रिक इंजीनियर-उत्पादन एवं विपणन श्री सुनील कुमार, जन सम्पर्क अधिकारी श्री राजेश कुमार के साथ ही संयुक्त सचिव कर्मचारी परिषद श्री श्रीकांत यादव, सदस्य कर्मचारी परिषद श्री अमित यादव, श्री अमित कुमार, श्री संतोष कुमार यादव, श्री मनीष कुमार सिंह, श्री नवीन सिन्हा  एवं बड़ी संख्या में विभागाध्यक्ष, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।