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(बहुत बुद्धिमान) 
(बहुत बुद्धिमान) 

वह बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं.पुतिन..(बहुत बुद्धिमान) 

नई दिल्ली: भारत के पुराने साथी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में एक बार फिर से कसीदे पढ़े हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें ‘बहुत बुद्धिमान (बहुत बुद्धिमान)  व्यक्ति’ बताया और कहा कि उनके नेतृत्व में भारत विकास में काफी प्रगति कर रहा है. राष्ट्रपति पुतिन ने वित्तीय सुरक्षा और साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई के क्षेत्र में रूस और भारत के बीच आगे सहयोग की भी उम्मीद जताई.

व्लादिमीर पुतिन ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के साथ हमारे बहुत अच्छे राजनीतिक संबंध हैं, वह बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं. और उनके नेतृत्व में भारत विकास के क्षेत्र में काफी प्रगति कर रहा है. यह इस एजेंडे पर काम करने के भारत और रूस दोनों के हित को पूरी तरह से पूरा करता है.’ बता दें कि पुतिन ने पिछले महीने भी 8वें ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए मेड इन इंडिया को लेकर पीएम मोदी की जमकर तारीफ की थी.

जी20 में भारत ने रूस का दिया था साथ
दरअसल, पुतिन की की यह टिप्पणी भारत में जी20 शिखर सम्मेलन में नई दिल्ली घोषणा को अपनाने के तुरंत बाद आई है. गौरतलब है कि नई दिल्ली घोषणा पत्र में यूक्रेन में चल रहे संघर्ष में शांति स्थापित करने का आह्वान किया गया था, मगर इसका दोष रूस पर नहीं डाला गया था, जो कि बाली वाले घोषणा पत्र से बिल्कुल उलट है.

जी-20 घोषणा पत्र का रूस ने किया स्वागत
जी-20 नई दिल्ली घोषणा पत्र का मॉस्को ने स्वागत किया था और रूस ने इसे ‘मील का पत्थर’ करार दिया और ग्लोबल साउथ से जी20 देशों को ‘एकजुट’ करने में भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान सक्रिय भूमिका की भी प्रशंसा की थी. बता दें कि पिछले महीने भी राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह मेक इन इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा देने में ‘सही काम’ कर रहे हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने देश में इससे सीखने की नसीहत भी दी थी.

पिछले महीने भी की थी पीएम मोदी की तारीफ
8वें ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) में एक संबोधन में पुतिन ने कहा था, ‘आप जानते हैं, हमारे पास तब घरेलू स्तर पर निर्मित कारें नहीं थीं, लेकिन अब हमारे पास हैं. यह सच है कि वे मर्सिडीज या ऑडी कारों की तुलना में अधिक मामूली दिखती हैं, जिसे हमने 1990 के दशक में बड़ी मात्रा में खरीदा था, लेकिन यह कोई मुद्दा नहीं है. मेरा मानना है कि हमें अपने कई साझेदारों का अनुकरण करना चाहिए. उदाहरण के लिए हमें भारत भारत का अनुकरण करना चाहिए.’ उन्होंने आगे कहा था, ‘वे मेड इन इंडिया वाहनों के निर्माण और उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी मेक इन इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए सही काम कर रहे हैं. वह सही हैं.