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(waste crisis)

अंबेडकरनगर गांव में सरकार खत्म करेगी कचरे का संकट

अंबेडकरनगर । अंबेडकरनगर (waste crisis) में गांव को स्वच्छ एवं साफ रखने एवं सिंगल यूज प्लास्टिक और कूड़े से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत जिले में 172 गांव में सोक पिट और कम्पोस्ट (waste crisis) पिट बनाएगी।

इसके लिए 3 करोड़ 68 लाख रुपए बजट जारी कर दिया गया है। कम्पोस्ट पिट बनाने में 15000 रुपए का खर्च आएगा। जिला पंचायत राज अधिकारी अवनीश श्रीवास्तव ने बताया कि गांव में सोक पिट और कंपोस्ट पिट बन जाने से कूड़ा इधर-उधर नही फेंका जाएगा, जिससे गांव स्वच्छ और साफ रहेगा। लोग घर से निकलने वाले कूड़े को एक जगह इक्क्ठा करें।

इसके लिए सरकार हर ग्राम सभा में सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम के तहत सोक पिट और कम्पोस्ट पिट का निर्माण करवाएगी। इसमें 3 करोड़ 68 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके निर्माण के बाद लोग अपने घर से निकलने वाले कूड़े को सामुदायिक स्थान पर रख सकते हैं, जिसे बाद में मशीनों द्वारा रिसाइक्लिंग करके निस्तारित कर दिया जाएगा।

गांव में सोक पिट और कम्पोस्ट पिट बन जाने के बाद यहां कूड़ा निस्तारण के साथ ही खाद एवं जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। सोक पिट में जल का संरक्षण किया जा सकेगा। कम्पोस्ट पिट में डलने वाले कूड़े से कम्पोस्ट खाद बनाई जा सकती है। एक सोक पिट बनाने में 11700 रुपए का खर्च आएगा।

गांव में अक्सर देखा जाता है कि सिंगल यूज प्लास्टिक और घर से निकलने वाले कूड़े को इधर-उधर फेंक दिया जाता है। इसे कभी कभी छुट्टा जानवरों के खा लेने से उनकी जान पर बन आती है। कभी-कभी लोग सिंगल यूज प्लास्टिक को जला देते है, जिससे निकलने वाले धुंए से अनेक तरह के रोग होते हैं।