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  (गौतम अदाणी) 
  (गौतम अदाणी) 

भारत के सबसे अमीर शख्सगौतम अदाणी बने  (गौतम अदाणी) 

नई दिल्ली: अदाणी ग्रुप के चेयरमैन और दिग्‍गज कारोबारी गौतम अदाणी  (गौतम अदाणी)  एक बार फिर देश के भारत के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के अनुसार, बीते दो दिन में गौतम अदाणी की नेटवर्थ में 7.67 बिलियन की बढ़ोतरी हुई है. इसकी बदौलत उनकी कुल नेटवर्थ शुक्रवार को सुबह 9:30 बजे तक 97.6 बिलियन डॉलर हो चुकी है.

उन्होंने इस लिस्ट में मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ते हुए टॉप पॉजिशन हासिल किया है. मुकेश अंबानी अब भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं, जिनकी कुल नेटवर्थ 97 बिलियन डॉलर है.

दुनिया के अरबपतियों की लिस्‍ट में भी गौतम अदाणी की रैंकिग बेहतर
गौतम अदाणी की नेटवर्थ में जबरदस्‍त इजाफा होने की वजह से दुनिया के अरबपतियों की लिस्‍ट में भी उनकी रैंकिंग बेहतर हुई है. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के दुनिया के अरबपतियों की लिस्‍ट में अब गौतम अदाणी 12वें नंबर पर पहुंच गए हैं. इतना ही नहीं इस रैंकिंग में भी उन्होंने मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया है. इस की लिस्‍ट में मुकेश अंबानी 12वें पायदान से खिसकर 13वें नंबर पर पहुंच गए हैं.

दुनिया के 50अरबपतियों की लिस्‍ट में इन भारतीयों ने भी बनाई जगह
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, गौतम अदाणी और मुकेश अंबानी के अलावा दो अन्य भारतीय कारोबारियों ने भी दुनिया के 50 अरबपतियों की लिस्‍ट में जगह बनाई है. इनमें शापूर मिस्त्री 34.6 बिलियन डॉलर नेटवर्थ के साथ 38वें नंबर पर हैं. जबकि आईटी सर्विस प्रोवाइडर एचसीएल टेक्नॉलोजीज के को-फाउंडर शिव नाडर 33 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ 45वें नंबर पर हैं.

अदाणी ग्रुप के शेयरों में बढ़त के चलते गौतम अदाणी की नेटवर्थ बढ़ी
बता दें कि अदाणी ग्रुप के शेयरों में बढ़त के चलते गौतम अदाणी की नेटवर्थ में शानदार तेजी दर्ज हुई है. अदाणी-हिंडनबर्ग केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के चलते अदाणी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त इजाफा हुआ. जिसकी वजह से अदाणी ग्रुप का कुल मार्केट कैप 15.60 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया.

इस वजह से अदाणी ग्रुप के शेयरों में आई तेजी
सुप्रीम कोर्ट ने 3 जनवरी, 2024 को हिंडनबर्ग रिसर्च मामले में अदाणी ग्रुप को क्लीन चिट दी थी. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि SEBI की जांच में कोई खामी नहीं है. वहीं, CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जांच को SEBI से लेकर SIT को देने का कोई आधार नहीं है.