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( Scotland)
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पहली बार ब्रिटेन में हिंदू तो स्कॉटलैंड ( Scotland)में मुस्लिम प्रथम नेता

बर्मिंघम/ग्लासगो: स्कॉटलैंड ( Scotland) के इतिहास में ये पहली बार होगा जब कोई मुस्लिम नेता देश के पहले मंत्री के रूप में शपथ लिया है. उधर, ब्रिटेन में भी पहली बार हुआ है जब वहां के पीएम ऋषि सुनक हिंदू हैं. पाकिस्तान मूल के युसूफ ने आज अपने शपथ के तुरंत बाद स्कॉटलैंड की आजादी की बात की. स्‍कॉटिश नेशनल पार्टी (SNP) के नेता कहा कि हमारा मुख्य मकसद देश को ब्रिटेन से आजाद कराना है. अपने विजय भाषण में, यूसुफ ने कहा- हम सभी को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि आज हमने एक स्पष्ट संदेश भेजा है, कि आपकी त्वचा का रंग, आपकी आस्था उस देश का नेतृत्व करने में बाधा नहीं है जिसे हम अपना घर कहते हैं.

फैसला लेने में धर्म आएगा आड़े?
यूसुफ ने कहा है कि वह एक आस्थावान मुस्लिम है, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वह ऐसा नहीं मानते कि विधायकों को अपने निर्णय लेते समय अपनी आस्था के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा, हमने स्कॉटलैंड की संसद में मुस्लिमों और स्कॉटलैंड में राजनीतिक प्रक्रिया को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जब यूसुफ पहली बार एमएसपी बने थे. उन्होंने खुलासा किया कि राजनीति में आने के लिए उनकी आस्था ही उनकी प्रेरणा का हिस्सा बनी. उन्होंने बताया कि उनके दोस्तों की एक सवाल ने उन्हें राजनीति में आने पर मजबूर किया. उनके दोस्तों ने ट्विन टावर्स की तस्वीरें देखते हुए पूछा कि मुस्लिम ‘अमेरका’ से नफरत क्यों करते हैं? तब उन्हें एहसास हुआ कि राजनीति बहुत मायने रखती है.

स्कॉटलैंड की आजादी पर आवाज बुलंद
हमजा ने अपने विजयी भाषण में कहा कि जो लोग स्‍कॉटलैंड में हैं और जिन्‍होंने अभी तक आजादी के जूनुन को नहीं छोड़ा है, उनको भरोसा दिलाता हूं कि हम ब्रिटेन से आजादी लेकर रहेंगे. हम अपने जनता की जरुरी चीजों को प्राथमिकता देते हुए सही शासन सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि हम वो पीढ़ी बनेंगे जो इस राष्ट्र के आजादी लाएगा.

समलैंगिक विवाह का समर्थन
हालांकि, कुछ साल पहले एसएनपी नेतृत्व प्रतियोगिता के दौरान हमजा सामान-सेक्स विवाह पर अपनी अनुपस्थित दर्ज कराई थी. इसपर, कई लोगों ने उनकी आस्था और ग्लासगो पाकिस्तानी समुदाय के साथ जुड़ाव से जोड़ा था. लेकिन अभी हाल के एक अभियान के दौरान उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि वह ‘समान लिंग’ में विवाह का समर्थन करते हैं. उन्होंने पहले इस इस मुद्दे पर अपनी अनुपस्थिति की वजह भी बताई थी.
क्या अब मिलेगी जनमत संग्रह में सफलता?
दरअसल, स्कॉटलैंड की आजादी की मांग हमेशा से राष्ट्रवादियों ने की है. लेकिन हमजा, जो खुद एक पाकिस्तानी मूल के नेता हैं, उनकी स्कॉटलैंड की आजादी की मांड बड़ी दिलचस्प लगती है. उनका मानना है कि स्कॉटलैंड की आजादी तभी हासिल की जा सकेगी, जब उनकी पार्टी, ‘प्रगतिशील मूल्यों’ को आगे बढ़ाने में कामयाब हो पाएगी. वहीं, हमजा ने निकोला स्टर्जन (जो प्रथम मंत्री थे) के आजादी का जनमत संग्रह से खुद को अलग करते हुए कहा कि वो आजादी के पक्ष में एक ‘टिकाऊ बहुमत’ तैयार करेंगे, ताकि 2014 की तरह फिर से मुंह की न खानी पड़े.