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(Sharad Pawar')
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शरद पवार (Sharad Pawar’)की गुगली में फंसे फडणवीस…’,

नई दिल्‍ली. महाराष्‍ट्र में साल 2019 में बीजेपी और एनसीपी के गठबंधन वाली सरकार बनी थी, जिसने महज 80 घंटे के भीतर ही दम तोड़ दिया. देवेंद्र फडणवीस ने मुख्‍यमंत्री और अजीत पवार ने उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस पूरे घटनाक्रम पर फडणवीस और शरद पवार (Sharad Pawar’) के बीच ताजा बयानबाजी से एक बार फिर महाराष्‍ट्र की सियासत तेज हो गई है. पवार इसे अपनी गुगली करार दे रहे हैं. वहीं, मौजूदा वक्‍त में महाराष्‍ट्र के उपमुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मानना है कि उनके साथ विश्‍वासघात हुआ था.

दोनों के बीच ताजा प्रकरण देवेंद्र फडणवीस के टीवी इंटरव्‍यू से शुरू हुआ. दरअसल, एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान उपमुख्‍यमंत्री ने कहा कि अजीत पवार के साथ मिलकर जो सरकार महाराष्‍ट्र में साल 2019 में बनाई गई थी उसपर शरद पवार ने अपनी स्‍वीकृति दी थी. उनसे पहले बातचीत करने के बाद ही दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हुआ था. ‘शरद पवार ने सरकार बनाने पर सहमति जताई थी लेकिन तीन-चार दिन बाद वो पीछे हट गए. सरकार बनाने की कोशिश शरद पवार से चर्चा के बाद शुरू हुई. उन्‍होंने दोहरा खेल खेला. इसके बाद अजीत पवार के पास हमारे पास आने के सिवाए कोई विकल्‍प ही नहीं बचा था, जिसके चलते हमनें शपथ ली.’

पवार की गुगली, फडणवीस का पलटवार
इस इंटरव्‍यू पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार ने क्रिकेट के गेम से इसकी तुलना करते हुए कहा कि मैंने गुगली फेंकते हुए साल 2019 में सरकार बनाने के लिए बीजेपी के साथ चर्चा की थी. देवेंद्र फडणवीस ने विकेट दिखाई थी. अगर कोई गेंदबाज को विकेट दिखाएगा तो फिर वो बैट्समैन को कैसे छोड़ेगा. गुगली बॉल पर हमनें उनका विकेट उड़ा दिया. यह एक राजनीतिक गुगली थी. पवार ने कहा कि इन सब चीजों पर बात करने की जगह फडणवीस को महिला सुरक्षा पर ध्‍यान देना चाहिए.

शरद पवार के बयान के बाद देवेंद्र फडणवीस फिर मीडिया के सामने आए. उन्‍होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि शरद पवार की जुबान पर सच आ गया लेकिन यह आधा सच है. मैं भी अब और गुगली फेंकूंगा और सारा सच सामने लाऊंगा.’

महाराष्‍ट्र को चार साल में मिले तीन मुख्‍यमंत्री
साल 2019 में महाराष्‍ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन को बहुमत मिला था लेकिन बाद में मुख्‍यमंत्री की कुर्सी के बंटवारे को लेकर दोनों दल अलग-अलग हो गए थे. बाद में देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार अचानक राजनिवास में नजर आए और दोनों ने मुख्‍यमंत्री और उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली. यह सरकार 80 घंटे के भीतर ही गिर गई. इसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने मिलकर महा विकास अगाड़ी सरकार बनाई. ये सरकार भी पिछले साल शिवसेना में फूट के चलते गिर गई. अब शिवसेना से टूटकर अलग हुए एकनाथ शिंदे महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री हैं. बीजेपी के समर्थन से उन्‍होंने सरकार बनाई है. इस सरकार में देवेंद्र फडणवीस उपमुख्‍यमंत्री हैं.