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CRPF में भर्ती रैकेट: आरोपी डिप्टी कमांडेंट, ढाई साल के बेटे को जेल ले जाना चाहती थी

रांची.भर्ती रैकेट चलाने की आरोपी सीआरपीएफ की डिप्टी कमांडेंट विनीता कुमारी को कोर्ट ने 27 मई तक ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है। वहीं, डॉक्टर पति अरविंद सिंह को कोलकाता से अरेस्ट किया गया। उसे रांची लाया गया है और शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। विनीता ने कोर्ट से ढाई साल के बेटे को जेल में साथ रखने की इजाजत मांगी। कोर्ट ने कहा- “बेटा अगर घर पर है तो वहां ज्यादा सेफ है।” जेल बच्चे के लिहाज से अच्छी जगह नहीं…
– डॉ. अरविंद कोलकाता के दमदम कैंट के पास किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसका पता ढूंढा।
– विनीता को गुरुवार को अरेस्ट किया गया था। सीबीआई दफ्तर में दिनभर पूछताछ के बाद शाम पौने पांच बजे सीबीआई के विशेष जज बालकृष्ण तिवारी की कोर्ट में पेश किया गया।
– कोर्ट में विनीता ने कहा कि उनका ढाई साल का बेटा है, जो मां के बगैर नहीं रह सकता। उसे भी जेल में साथ रखने की इजाजत दी जाए।
– कोर्ट ने पूछा कि बेटा कहां है। विनीता ने कहा घर पर। तब कोर्ट ने कहा कि बेटे को साथ लातीं तो विचार किया जा सकता था। वह घर पर है, इसका मतलब है कि वहां वह ज्यादा सेफ है। वैसे भी जेल ऐसी जगह नहीं है, जहां बच्चे को रखा जाए।
पति-पत्नी SMS से करते थे बात
– छापेमारी में जब्त दस्तावेजों से सीबीआई को पता चला है कि विनीता और उसके पति के बीच एसएमएस से काफी बात होती थी।
– 10 मई के बाद एसएमएस ज्यादा ही भेजे जा रहे थे। इसके जरिए मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों के साथ सेटिंग की बात की जाती थी। डॉ. अरविंद उन कैंडिडेट का नाम भी मैसेज करता था। मोबाइल पर भी एक दिन में 20-25 बार बातें होती थीं।
– सीबीआई को विनीता और मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों के बीच हुई बातचीत की सीडी मिली है। इसमें विनीता द्वारा मेडिकली अनफिट कैंडिडेट्स को मेडिकल जांच में पास कराने के लिए डॉक्टरों को रिश्वत का ऑफर देने की बातचीत है।
– ये सीडी एक डॉक्टर ने सीआरपीएफ अफसरों को दी थी, जिसे सीबीआई को सौंप दिया गया है।
ऐसे अरेस्ट हुई विनीता कुमारी
– मेडिकल बोर्ड के एक डॉक्टर ने सीआरपीएफ के अफसरों को बताया कि उनके पास 133वीं बटालियन की डिप्टी कमांडेंट विनीता कुमारी का फोन आया था।
– विनीता कुछ कैंडिडेट्स को मेडिकल एग्जाम में पास करने के एवज में पैसे देने को कह रही थी।
– डॉक्टर ने यह भी बताया कि अनफिट कैंडिडेट को पास कराने पर 20 से 30 हजार रुपए अकाउंट में ट्रांसफर करने की बात कही गई थी।
– सीआरपीएफ के अफसरों ने इसकी जानकारी सीबीआई रांची को दी। सीबीआई ने आरोपों को सही पाया।
– इसके बाद रिपोर्ट दर्ज कर गुरुवार को छापे मारे और विनीता कुमारी को अरेस्ट कर लिया।
ऐसे चलता था रैकेट
1# पति फंसाता था कैंडिडेट्स को
– विनीता का पति डॉक्टर अरविंद सिंह भी इस रैकेट में शामिल था। वो सीआरपीएफ में कॉन्ट्रैक्ट पर डॉक्टर रह चुका है।
– इस समय कोलकाता में रह रहा अरविंद बेरोजगार लड़कों को नौकरी दिलाने के नाम पर उन्हें फांसता था।
– बेरोजगारों से कहा जाता था कि कलर ब्लाइंडनेस, आई विजन, नॉक नी, फ्लैट फीट जैसी दिक्कत होने के बावजूद वे उन्हें मेडिकल टेस्ट में पास करा सकते हैं।
– इसके एवज में वह हर कैंडिडेट से एक लाख रुपए की डिमांड करता था।
– इधर, विनीता भी कैंडिडेट को पास कराने भरोसा देती थी और इसकी एवज में रिश्वत की मांग करती थी।
– कैंडिडेट फंसाने के बाद पति-पत्नी उससे 1 लाख रुपए लेते थे।
2# मेडिकल बोर्ड पर बनाते थे दबाव
– इसके बाद मेडिकल बोर्ड के मेंबर्स को विनीता अपनी पोस्ट का हवाला देते हुए फोन करती थी।
– हरेक डॉक्टर को चार से पांच कैंडिडेट का नाम और रोल नंबर लिखाते हुए कहती थी कि इन्हें मेडिकल में पास कर देना है।
3# अकाउंट में जमा करवाती थी पैसा, कई सिम का करती थी इस्तेमाल
– विनीता डॉक्टरों से उनका बैंक अकाउंट नंबर पूछती और कहती कि उन्हें प्रति कैंडिडेट के हिसाब से 20 से 30 हजार रुपए दिए जाएंगे।
– कुछ डॉक्टरों ने उन्हें अपना अकाउंट नंबर भी दे दिया था। इस काम के लिए विनीता अलग-अलग सिम कार्ड का इस्तेमाल करती थी।
– छापेमारी में ऐसे कई सिम कार्ड जब्त किए गए हैं।
– अब सीबीआई यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस सिम कार्ड से किन-किन डॉक्टरों से कब-कब कॉन्टैक्ट किया गया।
यहां मारे गए छापे
– विनीता डिबडीह के पास न्यू अलकापुरी कॉलोनी में अमृतलोक अपार्टमेंट के सी ब्लॉक स्थित फ्लैट नंबर 101 में रहती है।
– उसका ऑफिस धुर्वा में है। दोनों जगह सीबीआई रांची की टीम ने गुरुवार को एक साथ धावा बोला।
– विनीता के पति के कोलकाता वाले घर पर भी छापेमारी की गई।
– विनीता मूल रूप से बिहार के नवादा जिला स्थित हिसुआ की रहने वाली है।
– उसके माता-पिता बोकारो में रहते हैं। हालांकि, नवादा और बोकारो के घर पर छापेमारी नहीं की गई है।
इस एग्जाम के जरिए सामने आया मामला
– पैरा मिलिट्री फोर्स में कॉन्स्टेबल पद पर 600 लड़कों की भर्ती की जानी है।
– इसके लिए स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने रिटन टेस्ट कराया था। मेडिकल एग्जाम ज्वाइनिंग की लास्ट प्रॉसेस है।
– सक्सेसफुल कैंडिडेटस की सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एनआईए या बीएसएफ में ज्वाइनिंग होगी।
– ये मेडिकल टेस्ट 15 मई को रांची में होगा।
– इसके लिए भी विनीता ने कई कैंडिडेट को फंसाया था।
– डॉक्टरों के खुलासे के बाद यह मामला सामने आया।
– मोकामा, किशनगंज, जमुई, रामगढ़ और हजारीबाग में भी कैंडिडेट्स की मेडिकल जांच चल रही है।