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एलएसी पर चीन की घुसपैठ तनाव (tension)बढ़ने का कारण

पुणे. आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की घुसपैठ की लगातार कोशिशें तनाव (tension) बढ़ने का संभावित कारण बनी हुई हैं. चीनकी सेना पीएलए की इन हरकतों से निपटने के लिए भारतीय सेना दृढ़ संकल्प और मजबूत है. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास रसद और साजो-सामान का पर्याप्त जरूरी भंडार है और हम किसी भी आकस्मिक हालत से निपटने के लिए तैयार हैं. पूरी एलएसी पर हमारी सेना की तत्परता लगातार बहुत ज्यादा बनी हुई है. हमारे दावों की साख को सुनिश्चित करते हुए सैनिकों ने पीएलए से दृढ़ता, मजबूती और नपे-तुले तरीके से निपटना जारी रखा है.’

आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने बताया कि एलएसी के बारे में अलग-अलग धारणाओं के कारण दोनों पक्षों में विवाद और विवादित दावे मौजूद हैं. सेना प्रमुख सोमवार को सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के रक्षा और सामरिक अध्ययन विभाग द्वारा आयोजित चीन के उदय और दुनिया के लिए इसके निहितार्थ पर आयोजित दूसरी रणनीतिक वार्ता के दौरान रक्षा बुद्धिजीवियों और रिसर्च एक्सपर्ट की एक सभा में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि चीन का उदय उसकी क्षेत्रीय और वैश्विक आकांक्षाओं से प्रेरित है, जो अधिक बड़ी हैसियत हासिल करना चाहता है.
जनरल मनोज पांडे ने कहा, ‘चीन चाहता है कि दुनिया के सुरक्षा के तथाकथित रखवाले की भूमिका से अमेरिका को बेदखल कर दिया जाए. इसे सऊदी अरब और ईरान के बीच शांति वार्ता की मध्यस्थता के साथ-साथ रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए चीन की 12-सूत्रीय शांति योजना की पेशकश से बखूबी समझा जा सकता है.’ सेना प्रमुख के मुताबिक राजनीतिक, राजनयिक और सैन्य स्तरों पर मौजूद द्विपक्षीय संबंधों का बेहतर उपयोग एलएसी पर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है. इस तंत्र के तहत बातचीत जारी है. आर्मी चीफ ने कहा कि चीन ने हाल के समय में फोर्स जुटाने और सैन्य अभियानों को चलाने के लिए क्षमता बहुत बढ़ाई है. चीन ने एलएसी पर सैन्य महत्व की सड़कें, एयरफील्ड, हेलीपैड जैसी बुनियादी ढांचे का जबरदस्त विकास किया है.