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  (सेमीकंडक्टर )
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बैंक बंद और सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री ठप  (सेमीकंडक्टर )

ताइपे: ताइवान में शनिवार को राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव है. इस चुनाव को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है. चुनाव के मद्देनजर ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन की ओर से हमले की आशंका जताई है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर मंगलवार को एक अलर्ट भी जारी किया. चीन स्व-शासित ताइवान को अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है. वह ताइवान के राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव का विरोध कर रहा है. ताइवान पर चीन के एयर स्ट्राइक के साथ ही साइबर अटैक का खतरा मंडरा रहा है. लिहाजा इससे बचने के लिए ताइवान ने भी जबरदस्त तैयारी कर ली है.
ताइवान में लाखों लोग ऑफलाइन हो गए हैं. बैंक बंद कर दिए गए हैं. यहां तक कि दुनिया की सबसे एडवांस सेमीकंडक्टर  (सेमीकंडक्टर ) इंडस्ट्री भी इस वक्त ठप हो गई है. ताइवान के अधिकारियों और साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का कहना है कि अगर चीन हमले करता है तो वह न सिर्फ सुरक्षा बलों और रक्षा बुनियादी ढांचे तक सीमित रहेगा, बल्कि ताइवान प्रभावी रूप से बाकी दुनिया से अलग कर देगा.

ताइवान खुद को संप्रभु मानता है, जबकि चीन उसे खुद का हिस्सा मानता है. यह झगड़ा 73 साल से चला आ रहा है. चीन के साथ ताइवान का पहला संपर्क 1683 में हुआ, जब ताइवान क्विंग राजवंश के अधीन था.
अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया, तो दुनियाभर की मोबाइल और ऑटो इंडस्ट्री में चिप का संकट खड़ा हो जाएगा. दरअसल, दुनिया के 90 प्रतिशत एडवांस सेमी कंडक्टर ताइवान में ही बनाए जाते हैं. पिछले साल ताइवान ने 118 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट सिर्फ सेमी कंडक्टर कैटेगरी में किया था. TSMC यानी ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी दुनिया की सभी बड़ी कंपनियों जैसे एप्पल, एएमडी, एनवीडिया, एआरएम को चिप की सप्लाई करती है.

पिछले साल, माइक्रोसॉफ्ट ने फ्लैक्स टाइफून नाम के एक ग्रुप से साइबर अटैक के खतरे की आशंका जताई थी. फ्लैक्स टाइफून चीन से ऑपरेट होता है और ताइवान को टारगेट करता है. अमेरिकी टेक जाइंट कंपनी ने कहा कि फ्लैक्स टाइफून का इरादा लंबे समय तक अलग-अलग ताइवानी संगठनों तक अपनी पहुंच बनाना है, ताकि वो इनकी जासूसी कर सके.
सेमीकंडक्टर हब पर भी खतरा

ताइवान के उप डिजिटल मंत्री हुआई-जेन ली ने बताया, “चूंकि ताइवान एक द्वीप है. ये बाहरी दुनिया के साथ सभी तरह के कम्युनिकेशन के लिए समुद्र के नीचे केबलों पर निर्भर हैं. सबसे बुरी स्थिति यह है कि हमारे सभी समुद्री केबल काट दिए गए हैं.” उन्होंने कहा, “पूरे ताइवान में 700 स्थानों पर सैटेलाइट रिसीवर लगाए जाएंगे, ताकि ये पता लगाया जा सके कि संकट के समय हम कम्युनिकेशन सिस्टम को स्विच कर सकते हैं या नहीं.”