वेलिंगटन. न्यूजीलैंड में होने वाले अगले आम चुनाव में देश की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न (Ardern resigns ) खुद को बैलट बॉक्स से दूर रखने की योजना बना रही हैं. मुताबिक जैसिंडा अर्डर्न ने गुरुवार को एक टेलीविजन बयान में बताया कि अब वह आगे प्रधानमंत्री बनने की इच्छुक नहीं हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि बेशक वह चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन वह जानती हैं कि न्यूजीलैंड के लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दे इस साल और चुनाव तक सरकार के ध्यान में रहेंगे. अर्डर्न ने बताया कि 14 अक्टूबर को आम चुनाव होंगे.
अर्डर्न ने बताया कि वह 7 फरवरी से पहले लेबर पार्टी के नेता के रूप में पद छोड़ देंगी. उनकी जगह किसी अन्य नेता का चुनाव करने के लिए आने वाले दिनों में मतदान होगा. टीवी इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने गर्मी की छुट्टी में अपने भविष्य पर विचार करने के लिए समय लिया था. आपको बता दें कि अर्डर्न 37 वर्ष की आयु में 2017 में प्रधानमंत्री चुने जाने पर दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला प्रमुख बन गई थीं. उन्होंने कोविड -19 महामारी, क्राइस्टचर्च मस्जिद की शूटिंग और व्हाइट आइलैंड ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान अपने कामों से काफी सुर्खियां बटोरी थी.
महंगाई ने तोड़ी कमर
इस साल के आम चुनाव में अर्डर्न के तीसरे कार्यकाल की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन बढ़ती महंगाई उनके सामने एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई. देश का केंद्रीय बैंक इस वर्ष एक मंदी आने की आशंका जाता रहा है. साथ ही महंगाई पर काबू पाने के लिए बैंक ने रिकॉर्ड इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है. फिलहाल उपचुनाव से बचने के लिए अर्डर्न अप्रैल तक संसद सदस्य बनी रहेंगी. इस बीच लेबर पार्टी एक नए नेता का चुनाव करने के लिए 22 जनवरी को मतदान करेगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि किस नेता के पास दो-तिहाई समर्थन है. यदि किसी के पास उस स्तर का समर्थन नहीं हुआ, तो पार्टी सदस्य इसका फैसला करेंगे. उम्मीद है कि प्रक्रिया 7 फरवरी तक समाप्त हो जाएगी.