आतंकियों के प्रोपेगेंडा का उनकी ही भाषा में जवाब,लोगों का भरोसा जीतने की मुहिम चला रहे सुरक्षा बल
नई दिल्ली। आतंकवादियों के प्रोपेगेंडा का सुरक्षा बल उनकी ही भाषा में जवाब दे रहे हैं। आम लोगों को खेतों, बाग-बगीचों में काम करने से रोकने और अपने व्यवसाय से दूर रखने की आतंकियों की कोशिश का जवाब देने के लिए सुरक्षा बल आतंकियो के परिजनों की वीडियो रिकॉर्डिंग करा रहे हैं। इसमें आतंकियों के परिजनों का रूटीन कामकाज दिखाकर ग्रामीणों का डर दूर करने और उनका भरोसा जीतने की कोशिश होती है।
सुरक्षा बल से जुड़े अधिकारी ने कहा कि ये सिलसिला हमने उस वक्त से शुरू किया, जब आतंकी धारा 370 खत्म होने के बाद ग्रामीणों को उनके बगीचों से सेब उतारने से रोकते थे। दुकानें बंद कर विरोध करने को कहा जाता था।
अधिकारी ने कहा कि हम वीडियो फुटेज गांव वालों को दिखाते थे कि कैसे आतंकियों के परिवार अपने सेब बिक्री के लिए बाजारों में भेज रहे हैं, लेकिन गांव वालों को रोक रहे हैं। इसका काफी असर भी हुआ। गांव वालों को भी लगता है कि उन्हें हथियार बनाया जा रहा है।
उनसे अपील भी की जाती है कि वे जो भी काम करेंगे पुलिस उनकी मदद करेगी बशर्ते वे अपने परिवार व बच्चों को आतंकियो से दूर रखें। अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षाबलों की मुहिम का काफी असर हो रहा है।
सूत्रों ने कहा कि लोगों से सीधा संवाद और बेहतर रिश्ता बनाने की कोशिश के चलते आतंकियों को कई जगहों पर पनाह लेना उल्टा पड़ गया। गांव वालों की सूचना पर ही कुपवाड़ा के कई इलाकों में आतंकियों की धरपकड़ हुई।
घर वापसी का दे रहे मौका
एक अधिकारी ने कहा, बहुउद्देश्यीय कार्ययोजना के तहत काम चल रहा है। एक तरफ लोगों को उनकी दैनिक गतिविधियों में मदद की जा रही है। वहीं आतंकियो के खिलाफ अभियान में भी स्थानीय मदद ली जा रही है। सुधरने का मौका देने की रणनीति के तहत आतंकियों के साथ जाने वाले युवाओं को घर वापसी का मौका दिया जा रहा है।