आखिर व्लादिमीर पुतिन (Putin)ऐसे क्यों चलते हैं?
रूस-यूक्रेन जंग:जानेंगे भी कैसे नहीं, रूस-यूक्रेन जंग की वजह से काफी समय से चर्चा में जो रहते हैं. रूसी राष्ट्रपति पुतिन (Putin) न केवल अपने निर्णयों के लिए दूनियाभर में मशहूर हैं, बल्कि चलने की खास स्टाइल को लेकर भी वह अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. अगर आप कभी ल्लादिमीर पुतिन के चलने के तरीके या यूं कहें कि उनकी चाल को नोटिस करेंगे तो आप पाएंगे कि उनकी चाल आम आदमी से कुछ अलग है. अगर रूसी राष्ट्रपति को आप चलते हुए देखेंगे तो पाएंगे कि वह जब चलते हैं तो बाएं हाथ की तुलना में उनका दाहिना हाथ कम हिलता है. आखिर क्या इसके पीछे कोई राज है या कोई बीमारी? चलिए जानते हैं जवाब.
अगर रूसी राष्ट्रपति को आप चलते हुए देखेंगे तो पाएंगे कि वह जब चलते हैं तो बाएं हाथ की तुलना में उनका दाहिना हाथ कम हिलता है. अब सवाल उठता है कि क्या पुतिन को कोई बीमारी है या उनका हाथ बचपन से ही ऐसा है या उनकी इस चाल की कुछ और वजह है? तो चलिए जानते हैं कि आखिर पुतिन जब चलते हैं तो उनका दाहिना हाथ ज्यादा क्यों नहीं हिलता-डुलता?
दरअसल, जब पुतिन चलते हैं तो इस दौरान उनका बायां हाथ झूलता हुआ प्रतीत होता है लेकिन उनका दाहिना हाथ ज्यादातर एक ही स्थान पर रहता है. इसकी वजह कोई बीमारी या कोई बड़ा राज नहीं है, बल्कि एक ट्रेनिंग है. कई विश्लेषणों से यह पता चलता है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की चलने की यह अजीब शैली एक प्रशिक्षण से संबंधित है, जो उन्हें रूसी गुप्त सेवा केजीबी के एजेंट के रूप में प्राप्त हुई थी.
यहां ध्यान देने वाली बात है कि केजीबी रूस की खतरनाक खुफिया एजेंसी है और व्लादिमीर पुतिन लंबे समय तक इस केजीबी का हिस्सा रहे हैं. जो भी केजीबी में लंबे समय तक रहे हैं, वो अक्सर ऐसे ही चलते हैं. इसकी वजह है कि इस चाल की मदद से कोई भी व्यक्ति मुसीबत के समय बहुत जल्दी अपने हथियार बाहर निकाल सकता है और सामने आई किसी भी परिस्थिति का आसानी से सामना कर सकता है. यही वजह है कि पुतिन अब भी ऐसा ही चलते हैं. इसका मतलब है कि पुतिन शुरू से ही सुपरफीट थे और इनके हाथ में कोई दिक्कत नहीं है.
राष्ट्रपति पुतिन जब चलते हैं तो शायद ही कभी वह अपना दाहिना हाथ हिलाते हैं और आदतन केवल अपना बायां हाथ हिलाते हैं और आगे-पीछे करते रहते हैं. पुतिन की इस चाल को गन स्लिंगर स्टाइल कहा जाता है. जब पुतिन केजीबी में जासूस की भूमिका में थे, तो उन्हें इस तरह से ही चलने की ट्रेनिंग मिली थी. इस स्टाइल की वजह यह है कि इस चाल में दाहिना हाथ हमेशा हथियार के पास ही रहता है.
केजीबी के ऑपरेटर्स यानी केजीबी के सदस्यों को हमेशा अपने दाहिने हाथ को हथियार के नजदीक ही रखने को कहा जाता है और बाएं हाथ की ओर से आगे बढ़ने को कहा जाता है. ऐसा इसलिए ताकि जब जरूरत पड़े तो दुश्मन से पहले हथियार निकाला जा सके. यह केजीबी की ट्रेनिंग का अहम हिस्सा है और इसके सभी सदस्य अक्सर ऐसे ही चलते हैं.