Breaking News
(scam)

छात्रों की छात्रवृत्ति और फीस में 47.64 करोड़ रुपए का घोटाला

लखनऊ । UP में (scam)  DHP यानी डिप्लोमा इन होम्योपैथिक फॉर्मेसी कोर्स के छात्रों की छात्रवृत्ति और फीस में 47.64 करोड़ रुपए का घोटाला (scam) हुआ है। होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड की जांच में इसका खुलासा होने पर संयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार ने लखनऊ के वजीरगंज कोतवाली में FIR दर्ज कराई। सुनीता को पहले मेडिसिन बोर्ड का कर्मचारी बताया जा रहा था। इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश मिश्रा ने बताया कि संयुक्त सचिव शैंलेंद्र कुमार की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है।

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार ने तहरीर में बताया कि 2019-20, 2020-21 और 2021-22 में निजी शिक्षण संस्थाओं में चल रहे DHP कोर्स के छात्रों की छात्रवृत्ति में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। निदेशक ने जांच के बाद तीनों सालों में हुए 47.64 करोड़ रुपए गबन की रिपोर्ट 12 जुलाई को उन्हें सौंप दी थी।

बोर्ड की जांच में सामने आया कि इस पूरे खेल में मेडिसिन बोर्ड के संविदा लिपिक दिनेश चन्द्र दुबे और सुषमा मिश्रा का हाथ था। इसमें उसका साथ सुनीता मलिक ने दिया। उसने घोटाले में मिडिएटर का काम किया। होम्योपैथी के निजी संस्थानों में फीस और छात्रवृत्ति में खेल की शिकायत पर समाज कल्याण विभाग के निदेशक ने जांच के आदेश दिए थे। जांच में खुलासा हुआ कि दो संविदाकर्मी और 38 फर्जी संस्थाओं के प्रबंधकों ने मिलकर 47.64 करोड़ की फीस और छात्रवृत्ति घोटाला किया है।