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3 साल बाद पटना आएंगे लालू

पटना. इस वक्त बिहार की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव करीब 3 साल के बाद बिहार की राजधानी पटना आने वाले हैं. शुक्रवार को आरजेडी विधायक दल की बैठक के बाद विधायक भाई वीरेंद्र ने जानकारी देते हुये बताया कि लालू प्रसाद यादव 20 अक्टूबर को पटना आएंगे. उन्होंने कहा कि लालू यादव पटना पहुंचते ही एक बार फिर से पूरे जोश के साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. बता दें कि बिहार विधानसभा उपचुनाव 2021 के लिए कुशेश्वर स्थान एवं तारापुर सीट पर चुनाव प्रचार के संबंध में राष्ट्रीय जनता दल ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है. इसमें राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पहले तो दूसरे नंबर पर तेजस्वी यादव का नाम है. तो ऐसे में लालू प्रसाद यादव उपचुनाव में अपने संबोधन से कार्यकर्ताओं के बीच जोश भरने का काम करेंगे और जनता से वोट मांगने भी जाएंगे. लालू यादव के पटना आने की खबर के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी भी बढ़ने की बात कही जा रही है.
इधर लालू प्रसाद यादव के पटना आने की खबर की पुष्टि होते ही उनके बड़े बेटे और विधायक तेजप्रताप यादव के आरोपों पर विराम लगता दिख रहा है. दरअसल तेजप्रताप यादव ने तेजस्‍वी का नाम लिए बगैर कहा था कि लालू यादव को दिल्‍ली में बंधक बनाकर रखा गया है. तेज प्रताप यादव का आरोप है कि आरजेडी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देखने वाले लोग लालू यादव को दिल्ली से पटना वापस नहीं आने दे रहे हैं. उन्हें राष्‍ट्रीय राजधानी में ही कैद करके रखा गया है. तेज प्रताप ने छोटे भाई का खुलकर नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा कि सभी ये बात जानते हैं कि पटना में लालू यादव जिस घर में रहते थे, उसके दरवाजे हमेशा खुले रहते थे. अब उस घर का दरवाजा हमेशा बंद रहता है. घर के बाहर रस्‍सी लगा दी जाती है. हालांकि, लालू यादव ने खुद तेज प्रताप के इस आरोप को सिरे से नकार दिया था.
विधायक दल की बैठक में नहीं शामिल हुये तेजप्रताप
बिहार की पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर रष्‍ट्रीय जनता दल के विधायक दल की बैठक हुई. खास बात यह है कि इस बैठक में राजद अध्‍यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और प्रदेश के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव शामिल नहीं हुए हैं. उनकी अनुपस्थिति पर पार्टी विधायक भाई विरेंद्र ने कहा कि एक एमएलए के तौर पर तेज प्रताप को बैठक में शामिल होना चाहिए था. भाई विरेंद्र ने लगे हाथ यह भी कह डाला कि बैठक के दौरान पार्टी की ओर से दी गई जिम्‍मेदारियों को निभाना विधायकों कर्तव्‍य है. फिर चाहे हो कोई भी क्‍यों न हो. विधायक दल की बैठक को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने भी संबोधित किया.
स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं है तेजप्रताप का नाम
बता दें कि तेजस्‍वी यादव और तेज प्रताप के बीच इन दिनों सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. लालू परिवार में मचे अंदरूनी कलह का नतीजा यह रहा कि बिहार में विधानसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में तेज प्रताप को स्‍टार प्रचारक तक का दर्जा नहीं दिया गया है. इससे राजनीतिक तकरार और बढ़ने की संभावना है. राजद के स्‍टार प्रचारकों की लिस्‍ट में पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पहले तो तेजस्वी यादव का नाम दूसरे नंबर पर है. कुल 20 लोगों की सूची में लालू यादव के बड़े बेटे और खुद को सेकेंड लालू बताने वाले तेज प्रताप यादव का नाम शामिल नहीं है.