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3 महीने से क्यों लगा था गवर्नर रूल? J&K की पहली महिला सीएम बनीं महबूबा

श्रीनगर.महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की पहली महिला सीएम बन गई हैं। राज्यपाल एनएन वोहरा उन्हें 13th सीएम के तौर पर शपथ दिलवाई। पीडीपी-बीजेपी की इस सरकार में 22 एमएलए ने शपथ ली। बीजेपी विधायक दल के नेता डॉ. निर्मल सिंह डिप्टी सीएम बने। मुफ्ती मोहम्मद सईद की मौत के बाद 9 जनवरी को राज्य में गवर्नर रूल लगा दिया गया था। सेंट्रल मिनिस्टर वेंकैया नायडू और जितेंद्र सिंह चीफ गेस्ट…
– राजभवन में 11 बजे समारोह शुरू हुआ।
– शपथ समारोह में बीजेपी की ओर से सेंट्रल मिनिस्टर वेंकैया नायडू और जितेंद्र सिंह चीफ गेस्ट हैं।
– पीडीपी के मिनिस्टर के टीम वही है, जबकि बीजेपी ने एक बदलाव किया है।
– बीजेपी-पीडीपी की इस सरकार में 16 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री हैं।
– बीजेपी निर्दलीय पवन गुप्ता की जगह पार्टी के ही एमएलए को कैबिनेट में जगह दी है। इसके अलावा, तीन मंत्रियों के बदले जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।
– बाद में मंत्रियों के विभागों में फेरबदल भी किया जा सकता है।
– बता दें कि 7 जनवरी को पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में गवर्नर रूल लगा दिया गया था।
टॉप 20 महिलाओं को न्योता
– ओथ सेरेमनी में 600 लोगों को इनविटेशन दिया गया है। इनमें शीर्ष पदों पर बैठीं 20 महिलाओं को भी बुलाया गया है।
– कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी, तमिलनाडु की सीएम जे. जयललिता, प.बंगाल से ममता बनर्जी समेत सभी महिला मुख्यमंत्रियों को न्योता दिया गया है।
किन-किन ने ली शपथ?
पीडीपी एमएलए
– अब्दुल हक खान
– गुलाम नबी लोन
– सैयद बशारत अहमद बुखारी (कोशुर भाषा में ली शपथ)
– हसीब द्राबू
– सैयद नईम अख्तर अंद्राबी
– असिया नकाश
बीजेपी नेता
– निर्मल सिंह
– बाली भगत
– चौधरी लाल सिंह (डोगरी भाषा में ली शपथ)
– अब्दुल गनी कोहली
– सुनील कुमार शर्मा
– प्रिया सेठी
– पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन
– शेरिंग दोरजी
कांग्रेस ने किया बायकॉट
– कांग्रेस ने शपथ समारोह का बायकॉट करने का फैसला किया है।
– प्रदेश में पार्टी के चीफ स्पोक्सपर्सन रविंदर शर्मा के मुताबिक, “हमने महबूबा मुफ्ती के शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने का फैसला किया है। पीडीपी-बीजेपी गठबंधन पहले भी सही नहीं था। एक बार फिर से गलत तरीके से दोनों पार्टियों ने गलत तरीके से गठबंधन किया है।”
– “बीजेपी-पीडीपी ने जम्मू-कश्मीर की जनता के वोट का सम्मान नहीं किया। दोनों ने एक-दूसरे की आइडियोलॉजी के खिलाफ चुनाव लड़ा और बाद में सत्ता के लिए हाथ मिला लिया।”
कैसे हुई बीजेपी-पीडीपी की डील?
– सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने कैबिनेट के इक्वल डिस्ट्रीब्यूशन की अपनी डिमांड छोड़ दी है।
– ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी ने कुछ ज्यादा कैबिनेट बर्थ का पीडीपी का ऑफर मान लिया है।
– सूत्रों के मुताबिक, दोनों पार्टियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा पुराने फॉर्मूले के आधार पर होगा।
इससे पहले 10 महीने थी गठबंधन सरकार
– जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी की गठबंधन सरकार मार्च 2015 से जनवरी 2016 तक रही।
– 7 जनवरी को सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद दोनों दलों के बीच दूरियां बढ़ गईं।
– लिहाजा, सरकार गठन को लेकर असमंजस के हालात बन गए।
– 9 जनवरी से स्टेट में गवर्नर रूल लागू है।
महबूबा का ऐसा रहा है पॉलिटिकल करियर
– 56 साल की महबूबा ने 1996 में कांग्रेस ज्वाइन की और मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स में आईं।
– पीडीपी को जमीनी स्तर पर पॉपुलैरिटी दिलाने में उनका बड़ा रोल रहा।
– दो बच्चों की मां महबूबा ने अपना पहला विधानसभा चुनाव बतौर कांग्रेस कैंडिडेट बिजबेहरा से जीता था।
– 1998 में मुफ्ती मोहम्मद सईद को बतौर कांग्रेस कैंडिडेट लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने में उनका बड़ा रोल रहा।
– 1999 में उन्होंने और सईद ने कांग्रेस छोड़कर पीडीपी बनाई।
– 2002 के विधानसभा चुनाव में महबूबा ने ही जमकर कैम्पेन चलाया और पीडीपी को 16 सीटें दिलाईं।
– कांग्रेस के सपोर्ट से सईद सीएम बने।
– 2004 में महबूबा पहली बार सांसद बनीं।
– अमरनाथ यात्रा के लिए जमीन दिए जाने के विरोध में पीडीपी ने कांग्रेस से समर्थन वापस ले लिया।
– 2008 के चुनाव में महबूबा शोपियां की वाची सीट से विधायक बनीं। पीडीपी के इस बार 21 विधायक चुनकर आए।
– वे अभी अनंतनाग से सांसद हैं।
क्या है असेंबली का गणित?
– कुल सीट-87
– पीडीपी- 27
– बीजेपी-25