भारतीय अधिकारी कई एयरलाइंस के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि यूक्रेन में रहने वाले जो भारतीय देश लौटने की इच्छा रखते हैं उनके लिए फ्लाइट्स की संख्या में इजाफा किया जा सके. यूक्रेन पर रूस के साथ युद्ध का संकट मंडरा रहा है. यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र पढ़ाई करते हैं. भारत सरकार ने उनके लिए एडवाइजरी जारी की है कि यदि वे वर्तमान परिदृश्य में देश लौटना चाहते हैं तो फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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इस मामले से परिचित लोगों ने बुधवार को बताया कि भारत और यूक्रेन के बीच उड़ानों की संख्या कैसे बढ़ाई जाए, इस पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों की विभिन्न एयरलाइंस के साथ चर्चा चल रही है. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा, “हम जानते हैं कि कई भारतीय छात्र इस समय यूक्रेन में हैं और उनके परिजन चिंतित है कि यदि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की स्थिति बनती है तो भारत के लिए उड़ानें कैसे मिलेंगी.”
कीव में भारतीय दूतावास और यहां विदेश मंत्रालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिससे यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिक और भारत में उनके परिजन जरूरत पड़ने पर एक दूसरे से संपर्क साध सकें. यूक्रेन में रह रहे भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय में बनाया गया कंट्रोल रूम सहायता और जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं
1800118797 (Toll free)
Phones:
+91 11 23012113
+91 11 23014104
+91 11 23017905
Fax: +91 11 23088124
Email – situationroom@mea.gov.in
कीव में भारतीय दूतावास की इमरजेंसी हेल्पलाइन
24×7 Emergency Helpline:
+380 997300428
+380 997300483
Email – cons1.kyiv@mea.gov.in
Website – www.eoiukraine.gov.in
इससे पहले कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एडवाइजरी जारी कर यूक्रेन में रह रहे भारतीयों, विशेषकर छात्रों से कहा था कि वे देश से बाहर जाने पर विचार करें और युद्ध की आशंका के बीच यूक्रेन के भीतर गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें. भारतीय दूतावास रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव की निगरानी कर रहा है और किसी भी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
यूक्रेन में 20,000 से अधिक भारतीय रहते हैं, जिनमें पेशेवर, व्यवसायी और लगभग 18,000 छात्र शामिल हैं. कुछ छात्रों ने भारत के लिए अगले सप्ताह तक सभी उड़ानों के पूरी तरह से बुक होने और यूक्रेन में मौजूदा स्थिति के कारण हवाई किराए में वृद्धि के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है. हालांकि, रूस ने घोषणा की है कि उसके सैनिक क्रिमिया में रणनीतिक अभ्यास पूरा करने के बाद अपने ठिकानों पर वापस लौट रहे हैं. लेकिन नाटो और अमेरिका ने रूस की इस घोषणा पर संदेह व्यक्त किया है और इन दावों के सत्यापन की जरूरत बताई है.