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संक्रमितों की संख्या

भारत में ओमिक्रोन से दूसरी मौत, संक्रमितों की संख्या 1000 के पार

नई दिल्ली। भारत में ओमिक्रान संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। संक्रमितों की संख्या 1270 के पार हो गई है। देर रात के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में 198 मामले सामने आए हैं, जिसमें अकेले मुंबई में 190 ओमिक्रान संक्रमितों की पुष्टि हुई है। ओमिक्रान संक्रमित से पहली मौत महाराष्ट्र में हुई। दूसरी राजस्थान में मौत का मामला सामने आया है। कोरोना के इस नए वैरिएंट से देश में यह दूसरी मौत है। इससे पहले महाराष्ट्र में नाइजीरिया से लौटे व्यक्ति की भी मौत हुई थी, वह भी ओमिक्रान संक्रमित था। राजस्थान में उदयपुर के 73 वर्षीय बुजुर्ग की मौत की पुष्टि हुई है।

राजस्थान में 75 साल के बुजुर्ग की गई जान

बिहार में ओमिक्रान का पहला मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि राज्य में ओमिक्रान के पहले मामले की पुष्टि हुई है। हमें अब और भी ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है। इसलिए, कोरोना के बढ़ते मामलों और ओमिक्रान संक्रमण को रोकने के लिए शाम को आपात बैठक बुलाई गई है।

दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डा. सुरेश कुमार ने बताया कि उन्हें अब तक 360 मरीज मिले हैं, जिसमें से 110 ओमिक्रान से संक्रमित थे। इनमें से 89 मरीजों को छुट्टी दे दी गई। बाकी मरीजों की हालत में सुधार हो रहा है। खास बात यह है कि किसी भी मरीज को आईसीयू में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी क्योंकि सभी का आक्सीजन लेवल सामान्य था।

पुदुचेरी में ओमिक्रान व कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रात 11 बजे से शाम पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। यह प्रतिबंध 31 जनवरी 2022 तक लागू रहेगा।

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अमेरिका में ओमिक्रान से संक्रमित बच्चों के मामलों ने डरा दिया है। गंभीर बात यह है कि संक्रमित बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या ने सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। अमेरिकन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार, 23 दिसंबर को लगभग 199,000 बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद 28 दिसंबर को एक सप्ताह में औसतन 378 बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए, जो पिछले सप्ताह के मुकाबले 66.1 प्रतिशत ज्यादा थे।

दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रान के मामलों में कमी आई है। इसके बाद यहां नाइट कर्फ्यू को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। सरकार का कहना है कि ओमिक्रान से लोगों के संक्रमित होने की दर ज्यादा है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है।