एजुकेशन डेस्क.जनरल कैटेगरी में आने वाले IIT स्टूडेंट्स के लिए पढ़ाई और महंगी होने जा रही है। एचआरडी मिनिस्ट्री ने आईआईटी की फीस 90 हजार से बढ़ाकर 2 लाख रुपए तक कर दिया। यह फैसला आईआईटी, बॉम्बे के डायरेक्टर देवांग खाखड़ की अगुआई में बनी सब-कमेटी की सिफारिश पर लिया गया।इन स्टूडेंट्स की फीस नहीं बढ़ाई जाएगी…
– IIT की फीस 90 हजार रुपए थी, जबकि अब 2 लाख रुपए हर साल देने होंगे।
– इस हिसाब से फीस में 1 लाख 10 हजार रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है।
– दूसरी तरफ, SC / ST / OBC और फिजिकली डिसेबल स्टूडेंट्स के लिए 100% फीस माफ होगी।
– ऐसे स्टूडेंट्स जिनके परिवार की सालाना आमदनी 5 लाख रुपए से कम है, उनकी फीस 66% तक माफ रहेगी।
– IIT में SC के लिए 15%, ST के लिए 7.5% और OBC के लिए 27% आरक्षण लागू है।
– इस हिसाब से फीस में 1 लाख 10 हजार रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है।
– दूसरी तरफ, SC / ST / OBC और फिजिकली डिसेबल स्टूडेंट्स के लिए 100% फीस माफ होगी।
– ऐसे स्टूडेंट्स जिनके परिवार की सालाना आमदनी 5 लाख रुपए से कम है, उनकी फीस 66% तक माफ रहेगी।
– IIT में SC के लिए 15%, ST के लिए 7.5% और OBC के लिए 27% आरक्षण लागू है।
कुछ IITs में अभी इतनी फीस
– IIT भुवनेश्वर- Rs.68,600–
– IIT बॉम्बे- Rs.67,876
– IIT मंडी- Rs.62,300
– IIT दिल्ली- Rs.56,635
– IIT खड़गपुर- Rs.57,876
– IIT जोधपुर- Rs.68,750
– IIT कानपुर- Rs.66,517
– IIT मद्रास- Rs.54,927
– IIT गांधीनगर- Rs.62,600
– IIT पटना- Rs.60,250
– IIT रुड़की- Rs.63,820
– ISM धनबाद- Rs.49,842
– IIT रोपड़-Rs.58,650
– IIT(BHU) वाराणसी-Rs.66,200
– IIT गुवाहाटी- 56, 600
देश में अब 22 IITs
1- आईआईटी बॉम्बे
2- आईआईटी दिल्ली
3-आईआईटी भुवनेश्वर
4- आईआईटी कानपुर
5- आईआईटी इंदौर
6- आईआईटी खड़गपुर
7- आईआईटी मद्रास
8- आईआईटी गांधीनगर
9- आईआईटी (बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी)
10- आईआईटी गुवाहाटी
11- आईआईटी हैदराबाद
12- आईआईटी जोधपुर
13- आईआईटी मंडी
14- आईआईटी पटना
15- आईआईटी रुड़की
16- आईआईटी रोपड़
17- आईआईटी तिरुपति (नया)
18- आईआईटी छत्तीसगढ़ (नया)
19- आईआईटी गोवा (नया)
20- आईआईटी पालघाट (नया)
21- आईआईटी कर्नाटक (नया)
22- आईएसएम धनबाद को भी आईआईटी का दर्जा दे दिया गया है।
IITs में कितनी सीट?
– पहले 16 आईआईटी में 10 हजार सीटें थीं।
– 6 नए इंस्टीट्यूट्स जुड़ने से 1080 बढ़ीं।
– अब आईआईटीज में कुल 11,080 सीटें हैं।
कैसे होता है आईआईटी में एडमिशन?
– पहला आईआईटी खड़गपुर में 1951 में खुला था। तब 12th के मार्क्स के बेसिस पर इंटरव्यू होते थे और देश में कहीं भी एडमिशन मिलता था।
– 1955-59 के बीच आईआईटी खड़गपुर ने एग्जाम लेना शुरू किया। इंटरव्यू और काउंसलिंग के बाद किसी ब्रांच में एडमिशन दिया जाता था।
– कॉमन IIT-JEE एग्जाम 1960 से शुरू हुआ। इसमें इंग्लिश लैंग्वेज मिलाकर चार सब्जेक्ट के पेपर होते थे।
– 1997 में IIT-JEE एग्जाम साल में दो बार होने लगा। इसकी वजह कुछ सेंटरों में पेपर लीक होना बताया गया था।
– 2006 से एक ऑब्जेक्टिव टाइप का प्रिलिमनरी एग्जाम कर दिया गया। इसमें पास होने वाले कैंडिडेट्स को मेन्स देना होता है।
– एग्जाम में बैठने वाले जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स को 12वीं में 60 पर्सेंट और रिजर्व कैटेगरी के स्टूडेंट्स को 55 पर्सेंट मार्क्स लाने होते हैं।
– 1955-59 के बीच आईआईटी खड़गपुर ने एग्जाम लेना शुरू किया। इंटरव्यू और काउंसलिंग के बाद किसी ब्रांच में एडमिशन दिया जाता था।
– कॉमन IIT-JEE एग्जाम 1960 से शुरू हुआ। इसमें इंग्लिश लैंग्वेज मिलाकर चार सब्जेक्ट के पेपर होते थे।
– 1997 में IIT-JEE एग्जाम साल में दो बार होने लगा। इसकी वजह कुछ सेंटरों में पेपर लीक होना बताया गया था।
– 2006 से एक ऑब्जेक्टिव टाइप का प्रिलिमनरी एग्जाम कर दिया गया। इसमें पास होने वाले कैंडिडेट्स को मेन्स देना होता है।
– एग्जाम में बैठने वाले जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स को 12वीं में 60 पर्सेंट और रिजर्व कैटेगरी के स्टूडेंट्स को 55 पर्सेंट मार्क्स लाने होते हैं।