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यूपी बोर्ड : स्कूलों की लापरवाही से फंसा 3000 छात्रों का रिजल्ट

कानपुर, । माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम घोषित करने की तैयारी में है। शहर के 21 विद्यालयों की लापरवाही से करीब तीन हजार इंटर के छात्रों का रिजल्ट फंस गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय भी इनसे संपर्क करने में नाकाम रहा है।
यूपी बोर्ड परीक्षाएं निरस्त हो जाने से सत्र 2020-21 का परीक्षा परिणाम 10वीं, 11वीं और 12वीं की परीक्षा (प्री बोर्ड आदि) के आधार पर तैयार हो रहा है। विद्यालयों से छात्रों के अंक आदि मांगे गए हैं। 10वीं के अंकों का मिलान बोर्ड खुद कर रहा है पर कुछ स्कूलों में छात्रों के रिकॉर्ड मैच नहीं कर रहे हैं। बोर्ड इन स्कूलों से इसका कारण जानना चाहता है। आशंका यह भी है कि कहीं किसी रिकॉर्ड में तो कोई गड़बड़ी नहीं है।
दूसरे बोर्ड से हाईस्कूल बड़ा कारणजिन छात्रों ने यूपी बोर्ड के अलावा किसी अन्य बोर्ड से 10वीं की परीक्षा पास की थी, उनके अंक बोर्ड के पास नहीं हैं। बोर्ड इन छात्रों के 10वीं के अंकों का सत्यापन करना चाहता है। आंकड़े मिसमैच हो रहे हैं। डीआईओएस कार्यालय के अनुसार, 21 विद्यालयों से दूरभाष पर संपर्क का प्रयास होजा रहा है पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। इन स्कूलों में अलग-अलग प्रकरण भी हैं। मुख्य रूप से आंकड़े मिस मैच होने की समस्या है।
इन विद्यालय कोड ने नहीं भेजे नंबरजिन 21 विद्यालयों से डीआईओएस कार्यालय या सीधे बोर्ड का संपर्क नहीं हो पा रहा है, वे हैं-1316, 1323, 1374, 1385, 1393, 1411, 1425, 1443, 1518, 1524, 1532, 1566, 1572, 1573, 1600, 1616, 1621, 1649, 1650, 1652, 1654
सचिव ने भेजा पत्रअपर सचिव की ओर से सहायक उप सचिव ने जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है। निर्देश दिए गए हैं कि सम्बंधित विद्यालय अपने प्रमाण ई-मेल से तत्काल भेजें।