महिलाओं को अपनी जिंदगी अपने मनमुताबिक जीने की आज़ादी है-‘एग फ्रीज़िंग’
December 10, 2020162 Views
प्रजनन के समय का बीतते जाना, उन महिलाओं में तनाव का विषय है, जो पहले अपने करियर की दौड़ में आगे निकलना चाहती हैं और बाद में मां बनना चाहती हैं। एग फ्रीजिंग की सुविधा इन महिलाओं को अपनी जिंदगी अपने मन मुताबिक जीने की आजादी देती है। यह उन्हें बच्चे के जन्म की प्रक्रिया में देर करने में सक्षम बनाती है, चालीस के मध्य की उम्र तक वे अपने पेशेवर लक्ष्यों के साथ बिना समझौता किए आगे बढ़ सकती हैं और मातृत्व के लिए उनकी योजना अंधेरे में भी नहीं पड़ती है। यह उन महिलाओं के लिए भी अत्यंत उपयोगी है, जो कैंसर से पीड़ित हैं और भविष्य में मां बनना चाहती हैं। वे अपनी चिकित्सा शुरू करने से पहले अपने अंडे को फ्रीज़ कर सकती हैं और कैंसर से जीतने के बाद उनका उपयोग मां बनने में कर सकती हैं।
एग फ्रीज़िंग: एक नई अवधारणा – बड़ी संख्या में महिलाएं ऐसे समय में अपने अंडे फ्रीज करती हैं, जब उनकी शादी नहीं हुई होती या उनका पार्टनर नहीं होता है। कुछ जोड़े भू्रण को फ्रीज करवाते हैं जो एग फ्रीज की तुलना में अधिक प्रचलित है। समानता के आधार पर यह महिलाओं को अपने परिवार के बारे में, अपने साथी के साथ निर्णय लेने की प्रक्रिया का एक अभिन्न हिस्सा बनाती है। हालांकि एग फ्रीजिंग, अभी भी दुनिया में अभी भी नई अवधारणा है, भारत में और भी अनोखी है। अब इस पर लोगों का ध्यान जा रहा है। प्रक्रिया के बारे में पूछताछ से शहरी केंद्रों में वृद्धि देखी गई है क्योंकि ऐसी तकनीकों की स्वीकार्यता अधिक है।