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फांसी के फंदे के सामने बैठी रही, फिर…

फांसी के फंदे के सामने बैठी रही, फिर…

भोपाल. राजधानी भोपाल में खुद को दो दिनों तक एक कमरे में बंद कर युवती ने खुदकुशी की कोशिश करनी चाही. युवती फांसी के फंदे के सामने डरी-सहमी बैठी रही. लेकिन उसने फांसी का फंदा अपने गले में नहीं डाला. सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और दरवाजे को तोड़कर युवती की जान बचाई. युवती इतना बड़ा कदम क्यों उठाने वाली थी, इस बात का खुलासा अभी तक नहीं हुआ. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

यह घटना कोलार थाना क्षेत्र की है. हंड्रेड डायल को सूचना मिली कि एक लड़की ने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया है. लोगों के बुलाने पर भी दरवाजा नहीं खोल रही है. एफआरबी में तैनात हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र भास्कर और पायलट दिनेश बैरागी तत्काल मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर लड़की की जान बचाई.

कोलार पुलिस के अनुसार युवती प्रॉपर इंदौर की रहने वाली है. उसके पिता का देहांत हो गया है. मां और भाई जवाहर कॉलोनी इंदौर में रहते हैं. युवती 3 दिन पहले ही इंदौर से कोलार स्थित अपने फ्लैट में आई थी. दो दिन से अंदर से कमरा बंद होने के कारण शक होने पर पड़ोसी ने युवती के भाई को इंदौर फोन लगाकर सूचना दी. युवती के भाई ने भोपाल में रहने वाले अभय नाम के दोस्त को बताया, जिन्होंने हंड्रेड डायल पर सूचना दी.

सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि अंदर से दरवाजा बंद था. इसके बाद पुलिस ने कॉलोनी के अध्यक्ष को बुलाकर सब्बल से दरवाजा तोड़ा. इसके बाद दूसरे कमरे में भी अंदर से ताला लगा हुआ था. इसी कमरे में युवती ने अपने आप को बंद कर रखा था. खिड़की से झांकने पर दिखा की युवती कोने में डरी-सहमी बैठी हुई थी. इसके बाद पुलिस स्टाफ ने काफी मुश्किल से समझा-बुझाकर कर अंदर से ताला खुलवाया. कमरे के अंदर दुपट्टे से पंखे में फांसी का फंदा बंधा हुआ था.

युवती डिप्रेशन में है. अब उसे किस बात का डिप्रेशन है, इसको लेकर महिला स्टाफ ने काफी पूछताछ की. लेकिन युवती ने कोई जवाब नहीं दिया. भोपाल में रह रहे युवती के बहनोई को बुलाया गया, जिनके साथ युवती ने जाने से मना कर दिया. इसके बाद युवती को गौरवी संस्थान छोड़ा गया है. फिलहाल घटना का कारण पता नहीं चल सका है. कोलार पुलिस मामले की जांच कर रही है.