- राम विलास वेदांती ने गोरखपुर में दिया बयान
- कहा- 18 अक्टूबर तक आ जाएगा फैसला
गोरखपुर. अयोध्या भूमि विवाद के मामले में भाजपा के पूर्व सांसद व विवादित ढांचा ढहाने के आरोपी डॉक्टर राम विलास वेदांती ने कहा कि, अब वह समय आ गया है जब विश्व का समस्त हिंदू समाज भगवान रामलला का मंदिर बनते देखेगा। रामलला जहां विद्यमान हैं, वहीं राम मंदिर का निर्माण होगा। पूर्व सांसद वेदांती ने कहा कि, 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं। उन्होंने इससे एक महीने पहले जजमेंट करने की घोषणा की है। यानि 18 अक्तूबर को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए फैसला आ जाएगा। कहा कि, जो कल्पना महंत अवेद्यनाथ ने की थी, संत समाज ने उसे साकार करने का काम किया है। राष्ट्रीय सद्भावना के तहत हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई मिलकर इस काम को करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास की भावना के साथ रामलला का मंदिर बनेगा।
चीफ जस्टिस ने यह कहा
अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगले कुछ महीनों में आने की उम्मीद बढ़ गई है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच जजों की बेंच इस पर सुनवाई कर रही है। बुधवार को सीजेआई रंजन गोगोई ने सभी पक्षकारों से अपनी दलीलें पूरी करने के बारे में पूछा। सीजेआई ने कहा कि हम 18 अक्टूबर तक सुनवाई खत्म करना चाहते हैं ताकि जजों को फैसला लिखने में चार हफ्ते का वक्त मिले। इसके लिए सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए। जरूरत पड़ी तो कोर्ट सुनवाई का वक्त एक घंटा बढ़ा सकती है, हम शनिवार को भी सुनवाई के लिए तैयार हैं।
इस पर सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से वकील राजीव धवन ने कहा- मुस्लिम पक्षकारों को मौजूदा सप्ताह और अगला पूरा सप्ताह दलीलें खत्म करने में लगेगा। हिंदू पक्षकारों ने कहा कि उस पर विपक्ष की दलीलों पर जवाब देने के लिए हमें दो दिन लगेंगे। धवन ने कहा कि उसके बाद मुझे भी दो दिन लगेंगे। निर्मोही अखाड़ा की ओर से समय नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन हमें भी चाहिए।