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नेशनल प्लेयर से बनी एक्ट्रेस, ट्रेन में सीट न मिलने पर गुस्से में छोड़ी स्विमिंग

अमृतसर।‘नागार्जुन-एक योद्धा’ टीवी सीरियल में नूरी का रोल निभाने वाली एक्ट्रेस पूजा बनर्जी अमृतसर पहुंची हुई थीं। इस दौरान भास्कर से बातचीत में उन्होंने अपने करियर से जुड़ी बाते शेयर कीं। पूजा नेशनल स्वीमर रह चुकी हैं। उन्हें एक बार ट्रेन में रिजर्व सीट न मिलने पर बहुत परेशानी हुई थी। गुस्से में आकर उन्होंने स्वीमिंग कॉम्पिटीशन में भाग नहीं लिया था। लिहाजा स्वीमिंग छोड़कर एक्टर बनने का मन बना लिया और आज उन्हें अपने लिए इस फैसले पर गर्व है। मां थी निशानेबाज और पिता फुटबॉलर…
– नागपुर की रहने वाली पूजा का पूरा परिवार स्पोर्टस से जुड़ा रहा है। पिता दीपक बनर्जी स्टेट फुटबॉलर थे, मां पूर्णिमा बनर्जी निशानेबाज, बड़ा भाई नील और छोटा आकाश दोनों ही फुटबॉलर हैं।
– शुरू से ही स्वीमिंग के प्रति रूचि रखने वाली पूजा ने फ़र्स्ट क्लास में पहले स्वीमिंग कॉम्पिटीशन में भाग लिया। फोर्थ क्लास में स्वीमिंग में नेशनल लेवल कॉम्‍पिटीशन में भाग लिया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
– पूजा का कहना है कि उन्होंने 14 साल तक महाराष्ट्र की स्टेट एक्यूटिक एसोसिएशन के लिए स्वीमिंग की और नेशनल कॉम्‍पिटीशन क्वालीफाई किए।
– 2010 में उनका अमृतसर की गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी में नेशनल स्वीमिंग कंपीटीशन था। मुंबई से वह अमृतसर के लिए ट्रेन से रवाना हुई।
– ट्रेन में रिजर्व सीट न उपलब्ध कराए जाने के कारण करीब दो दिन का उनका सफर बेहद असुविधाजनक रहा।
– बस यहीं से मन में आया कि अगर खिलाड़ियों की इसी तरह उपेक्षा होनी है तो इस खेल का क्या फायदा।
– पूजा बताती हैं कि हमारा 6 दिन का टूर था। मैं जीएनडीयू पहुंची लेकिन मन बहुत विचलित था।
– दिलो-दिमाग में गुस्सा इस कदर हावी था कि स्वीमिंग पूल के किनारे बैठी रही लेकिन कॉम्‍पिटीशन में भाग नहीं लिया।
गोल्डन टेम्पल में हर सवाल का जवाब मिल गया
– पूजा बताती है कि ‘जिंदगी किस पल कौन सा मोड़ लेगी इंसान इससे अनजान होता है। 6 साल पहले भी मैं अमृतसर आई थी लेकिन उस समय एक असमंजस था।
– उस समय मुंबई से अमृतसर के बीच ट्रेन के 36 घंटे का वो सफर मेरे जीवन का टर्निंग प्वाईंट बन गया। आज उसी शहर में दोबारा आने का मौका मिला है।
– फर्क बस इतना है कि आज जिंदगी का नजरिया बिलकुल साफ है और असमंजस के बादल छंट चुके हैं।
– पूजा बताती है कि मुझे अपनी जिंदगी में स्पष्टता चाहिए थी तो मैं शांति और कुछ सवालों के जवाब पाने गोल्डन टेम्पल गई और वहां की शांति और सकारात्मकता से मुझे मेरे हर सवाल का जवाब मिल गया।
– पढ़ाई के साथ साथ मैं एक्टिंग कंपीटीशन में भी भाग लेती थी लिहाजा स्वीमिंग छोड़कर एक्टर बनने का मन बना लिया और आज मुझे अपने लिए फैसले पर गर्व है।