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दिल की धड़कनों को रोककर

डॉक्टरों के इस प्रयास की जमकर तारीफ हुई; दिल की धड़कनों को रोककर !!

लखनऊ. डॉक्टरों को भगवान(ईश्वर) के एक समान माना जाता है. मरीजों को बचाने के लिए डॉक्टर कभी-कभी ऐसा काम कर देते हैं जिसके बारे में सोचना भी कल्पना से परे होता है. यूपी के लखनऊ में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां डॉक्टरों ने मरीज की जान बचाने के लिए उसके दिल की धड़कनों को रोककर खून को 18 डिग्री सेंटीग्रेड पर ठंडा किया. डॉक्टरों ने ऑपरेशन के बाद मरीज की धड़कनों को फिर से शुरू कर दिया. मरीज के जान बचाने के लिए डॉक्टरों के इस प्रयास की जमकर तारीफ हो रही है.

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लखनऊ के आलमबाग इलाके के 51 वर्षीय मरीज को एक हफ्ते पहले दिल का दौरा पड़ने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सभी जांच कराने के बाद डॉक्टरों ने मरीज की जान बचाने के लिए एक्यूट एओर्टिक डायरेक्शन का ऑपरेशन करने का फैसला किया. डॉक्टरों के मुताबिक इस ऑपरेशन में मरीज के दिल की धड़कन को रोकना पड़ा, क्योंकि यह सर्जरी गतिहीन और रक्तहीन क्षेत्र पर ही की जा सकती है. दिल जब धड़कना बंद कर देता है. शरीर व मष्तिष्क को हार्ट-लंग बायपास मशीन से रक्त की आपूर्ति की जाती है.

इस सर्जरी में डॉक्टरों को क्षतिग्रस्त एऑर्टा को बदलना था, तो मरीज के शरीर के खून को हाइपोथर्मिक सर्कुलेटरी अरेस्ट की स्थिति में लाने के लिए खून के तापमान को 18 डिग्री सेंटीग्रेड तक नीचे लाया गया. इससे रक्त प्रवाह को अस्थायी रूप से रोका गया. एऑर्टा की मरम्मत करने के बाद मरीज के रक्त को धीरे-धीरे सामान्य तापमान पर लाया गया. फिर उसके दिल की धड़कनों को चालू किया गया. ऑपरेशन सफल होने के बाद डॉक्टरों की टीम ने मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी है.