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डांस मूव्स पर हुआ था फिदा, 19 साल की डांसर पर आया था इस क्रिकेटर का दिल

वाराणसी. गत 7 जुलाई को शादी के बंधन में बंधे क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव काशी से ताल्लुक रखते हैं। यहां बसे उनके चाचा विनोद यादव ने उनकी लव स्टोरी dainikbhaskar.com के साथ शेयर की। विनोद ने बताया कि सूर्यकुमार देविशा के डांस स्टाइल पर फिदा हुए थे। 19 साल की डांसर पर आया था सूर्य का दिल…
– विनोद यादव ने बताया, “सूर्य महज 10 साल का था जब अशोक भइया मुंबई शिफ्ट हुए थे। सूर्य की स्कूलिंग और कॉलेज की पढ़ाई मुंबई में ही हुई।”
– “सूर्य और देविशा की मुलाकात 2012 में मुंबई के पोद्दार डिग्री कॉलेज में हुई थी। तब सूर्य 22 साल के थे और 19 साल की देविशा ने 12वीं पास की ही थी। सूर्य तब बीकॉम फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था,” विनोद ने बताया।
– एक कॉलेज मैच के दौरान देविशा ने सूर्य को खेलते हुए देखा था। वह तभी से उसकी बैटिंग की कायल हो गई थी।
– वहीं सूर्य का देविशा की तरफ पहली बार ध्यान एक कॉलेज पार्टी के दौरान गया था।
– सूर्यकुमार के चाचा ने बताया, “सूर्य को देविशा के डांस ने मोहित कर लिया था। यह बात उसने मेरे साथ शेयर की थी।”
वाइफ के लिए खरीदी डायमंड रिंग, मॉडिफाइ करवाई कार
– देविशा को अपने घर लाने के लिए सूर्यकुमार ने खास तैयारियां की थीं।
– उन्होंने बरात के लिए 28 लाख रुपए कीमत वाली व्हाइट कलर की फॉर्चूनर कार खरीदी थी।
– इसके बाद सूर्य ने नई कार को देविशा के फेवरेट कलर येलो में 10 लाख रुपए खर्च कर पेंट करवाया।
– यही नहीं, उन्होंने कलर के अलावा भी कार में काफी मॉडिफिकेशन करवाए।
– सूर्य ने अपनी वाइफ के लिए 1.25 लाख रुपए की डायमंड रिंग भी खरीदी।
हुई इंटर-कास्ट मैरिज
– सूर्यकुमार यादव कास्ट के हैं।
– उन्होंने साउथ इंडियन लड़की देविशा शेट्टी से शादी की है।
– शादी साउथ इंडियन रीति-रिवाजों से संपन्न हुई।
– देविशा मुंबई में डांस कोच की जॉब करती हैं।
सूर्यकुमार ऐसे पहुंचे मुंबई
– विनोद ने बताया, “सूर्य के पिता अशोक कुमार यादव भाभा रिसर्च सेंटर में इंजीनियर के पद पर हैं। वे अपनी जॉब के लिए साल 2000 में मुंबई शिफ्ट हुए थे।”
– ग़ाज़ीपुर और बनारस के बॉडर पर बसा हथौड़ा रामपुर सूर्यकुमार की फैमिली का पुश्तैनी गांव है।
– विनोद के मुताबिक सूर्य का बचपन काशी में ही बीता। वे सूर्यकुमार के पहले क्रिकेट कोच भी रहे।
– “वो 10 साल की उम्र में काशी से मुंबई गया था। बचपन में वो घंटों बैटिंग प्रैक्टिस करता था। पहली बार 10 साल की उम्र में ही भाभा की स्कूल टीम से खेला था,” विनोद यादव ने बताया।