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टनल को जोड़ने वाली एप्रोच रोड में बढ़ रही दरारें

टिहरी गढ़वाल. उत्तराखंड के टिहरी में एनएच – 94 पर चंबा में टनल को जोड़ने वाली एप्रोच रोड का एक बड़ा हिस्सा पिछले दिनों हुई बारिश से टूट गया था. अब रोड में दरारें बढ़ रही है जिससे गुल्डी गांव के मकानों को भी खतरा बना हुआ है और पुश्ते भी लगातार टूट रहे हैं. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्रशासन और कार्यदायी संस्था द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे आने वाले समय में कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. ऑल वेदर प्रोजेक्ट के तहत ऋषिकेश- गंगोत्री एनएच – 94 पर चंबा में 440 मीटर टनल का निर्माण किया गया. टनल को जोड़ने के लिए दिखोल और गुल्डी गांव की ओर से एप्रोच रोड बनाई गई जिससे चंबा बाजार में ट्रैफिक को कम किया जा सके.

लेकिन अभी टनल का विधिवत उद्घाटन भी नहीं हुआ था और पिछले दिनों हुई बारिश से गुल्डी गांव की ओर एप्रोच रोड का एक बड़ा हिस्सा टूट गया और पुश्ते भी ढह गए जिससे कार्यदायी संस्था के निर्माण कार्य और गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे है. टनल को जोड़ने वाली एप्रोच रोड पहली ही बरसात नहीं झेल पाई और बारिश में टूट गई. अब लगातार रोड में दरारें बढ़ रही हैं. रोड का हिस्सा टूट रहा है जिससे आसपास के मकानों को भी खतरा बन गया है.

एप्रोच रोड के ऊपर के पुश्ते ढहने से करीब आधा दर्जन मकानों में भी दरारें दिखनी शुरू हो गई है. हालांकि बीआरओ के अधिकारियों द्वारा इसका निरीक्षण किया गया. लेकिन अभी तक मेन्टेन्स का काम शुरू नहीं होने से लोगों पर खतरा बना हुआ है. वहीं कार्यदाई संस्था द्वारा अभी तक एक बार फिर इसका निरीक्षण नहीं किया गया है जिससे गुल्डी के गांव के लोगों में कार्यदाई संस्था के खिलाफ भारी आक्रोश है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी तो टनल का विधिवत उद्घाटन भी नहीं हुआ और पहली ही बारिश में रोड टूट गई और पुश्ते ढहने लगे है. जब इस रोड पर ट्रैफिक चलेगा तो क्या हाल होगा. स्थानीय निवासी भगवान सिंह के मकान में दरारें बढ़ने लगी है और पुश्ते टूटने और रोड में बढ़ रही दरारों से अब उनका परिवार खतरे के साए में जीने को मजबूर है. बारिश होने पर रात भर ये लोग जागते हैं. परिवार ने बताया कि प्रशासन से कई बार कहा गया लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वहीं एसडीएम रविन्द्र जुवांठा का कहना है कि बीआरओ के साथ मिलकर निरीक्षण किया गया है और कार्रवाई संस्था को भी इसके ट्रीटमेंट के लिए बोला गया है. लेकिन लगातार हो रही बारिश से अभी काम शुरू नहीं हो पाया है. बारिश रूकने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा और सुरक्षा की दृष्टि से अगर किसी को खतरा होता है तो उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा.