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जलवायु परिवर्तन पर भारत की तारीफ करते हुए जो बाइडन ने कहा की विश्व स्तर पर ठोस कदम उठाने की जरूरत

वॉशिंगटन: जो बाइडन ने जलवायु परिवर्तन प्रतिबद्धता को बढ़ाने के लिए भारत की सराहना की है. इसके साथ ही अमेरिका ने साल 2030 तक 450 गीगावॉट के स्वच्छ ऊर्जा का योगदान देने के कदम की भी जमकर तारीफ की.
जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने के लिए अमेरिका की तरफ से आयोजित डिजिटल शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और पीएम नरेंद्र मोदी समेत सहित विश्व के 40 नेता शामिल हुए. इस दौरान भारत-अमेरिका ने पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक नया उच्च-स्तरीय यूएस-इंडिया क्लाइमेट एंड क्लीन एनर्जी एजेंडा 2030 साझेदारी शुरू की

सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 2030 तक अमेरिका ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन 30 फीसदी घटाने की घोषणा की. जलवायु परिवर्तन से मुकाबले के लिए उन्होंने विश्व के अन्य नेताओं से भी आग्रह किया कि वे अपने-अपने देशों में इन गैसों का उत्सर्जन रोकने का प्रयास करें, ताकि जलवायु परिवर्तन की त्रासदी से बचा जा सके.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए हमें तेज गति से, बड़े पैमाने पर और वैश्विक संभावना के साथ ठोस कदम उठाने की जरूरत है. अपने देश के विकास की चुनौतियों के बावजूद हमने स्वच्छ ऊर्जा, ऊर्जा प्रभाविता और जैव विविधता को लेकर कई साहसिक कदम उठाए हैं.

बता दें कि भारत ने साल 2030 तक 450 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा उत्पादित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विकास संबंधी अनेक चुनौतियों के बावजूद भारत ने स्वच्छ ऊर्जा, ऊर्जा का समुचित इस्तेमाल, वृक्षारोपण और जैव विविधता के लिए साहसिक कदम उठाए हैं.’