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चीन सरकार का डंडा पड़ा तो एकाधिकार खत्म करने की ओर चल पड़ीं बड़ी टेक कंपनियां

चीन की दो सबसे बड़ी टेक कंपनियों- अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग्स और टेंसेंट होल्डिंग्स ने अपने एप पर दूसरी कंपनियों की सेवाओं के लिंक देने शुरू कर दिए हैं। इनमें वे कंपनियां भी हैं, जिन्हें इन कंपनियों का प्रतिस्पर्धी समझा जाता है। जानकारों का कहना है कि इन दोनों कंपनियों के रुख में बदलाव चीन सरकार की सख्ती की वजह से आया है। लंबे समय से यह शिकायत थी कि ये दोनों कंपनियां अपने एप पर दूसरी कंपनियों की सेवाओं को जगह नहीं देती हैं। इस तरह वे स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के सिद्धांत का उल्लंघन करती हैं। अलीबाबा कंपनी का फूड डिलिवरी एप एली.मी है। उसकी वीडियो स्ट्रीमिंग सेवा यूकु तोदोउ है। अब इन दोनों प्लेटफॉर्म्स पर टेंसेंट कंपनी के वीचैट सुपर एप के जरिए भुगतान स्वीकार किया जा रहा है। वीचैट के बारे में पहले शिकायत थी कि वह दूसरी कंपनियों को भुगतान की सेवा नहीं देती। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब सुपर मार्केट चेन फ्रेशिपो ने वीचैट पर भुगतान सुविधा पाने के लिए आवेदन दे दिया है। इसके मंजूर हो जाने की पूरी संभावना है। वेबसाइट निक्कईएशिया.कॉम की एक रिपोर्ट में पर्यवेक्षकों के हवाले से बताया गया है कि बड़ी टेक कंपनियों के रुख में ये बदलाव चीन सरकार की टेक कंपनियों पर जारी कार्रवाई की वजह से आया है। चीन सरकार ने कंपनियों की मोनोपॉली तोड़ने के लिए साल भर पहले कार्रवाई शुरू की थी। चीन सरकार का कहना है कि बड़ी कंपनियों की बाजार में प्रतिस्पर्धा को दबाने की कोशिशों के कारण नई कंपनियां नहीं उभर पा रही थीं।  रिपोर्ट के मुताबिक अलीबाबा की ऑनलाइन मार्केटिंग एप ताओबाओ ने अभी भी वीचैट के जरिए भुगतान की सुविधा नहीं दी है। लेकिन एक बाजार के सूत्र ने वेबसाइट निक्कई से कहा कि यह महज समय की बात है। अलीबाबा को ये प्लेटफॉर्म भी दूसरी कंपनियों के लिए खोलना पड़ेगा। टेंसेंट और अलीबाबा दोनों कंपनियों ने पिछले 30 सितंबर को एलान किया था कि वे अपने प्लेटफॉर्म पर सरकारी भुगतान एप यूनियन-पे के जरिए भुगतान की सुविधा शुरू कर रही हैं। उसके बाद दोनों ने एक दूसरे के ऐप को भी स्वीकार करना शुरू कर दिया। चीन के सरकारी विनियामक (रेगुलेटर) ने कुछ ही दिन पहले बड़ी कंपनियों को चेतावनी दी थी कि बाहरी सेवाओं को रोकना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उद्योग एवं सूचना तकनीक मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ झिंगुओ ने एक प्रेस कांफ्रेंस मे कहा था- बिना उचित कारण के सेवाओं को रोकने का उपभोक्ताओं पर खराब असर पड़ता है। इससे उपभोक्ता अधिकारों को नुकसान पहुंचता है और बाजार में रुकावट खड़ी होती है। झाओ ने कहा था कि अगर स्थिति में स्पष्ट सुधार नहीं हुआ, तो सरकार कानून के तहत कार्रवाई करेगी। पर्यवेक्षकों का कहना है कि अब नजर इस पर टिकी है कि टेंसेंट कंपनी बाइटडांस कंपनी के साथ कैसा व्यवहार करती है। बाइटडांस लोकप्रिय एप टिकटॉक की मालिक है। टेंसेंट और बाइटडांस दोनों ही वीडियो स्ट्रीमिंग क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां हैं और उनके बीच आपसी होड़ है। टेंसेंट के प्लेटफॉर्म्स पर अभी भी टिकटॉक के चाइनीज संस्करण के लिंक नहीं हैं। चीन में टिकटॉक को दाउयिन कहा जाता है।