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चीन ने कहा कि हम शांति के लिए तैयार हैं। निर्मला सीतारमण की इंडिया-चीन बॉर्डर विजिट के बाद

बीजिंग.चीन ने सोमवार को कहा कि हम सीमाओं पर भारत के साथ शांति के लिए तैयार हैं। चीन की फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन हुआ चुनयिंग ने कहा, “भारत-चीन की सीमाओं को चीन-यूके 1980 के ऐतिहासिक समझौते में तय किया गया है और इस बात का सबसे बड़ा गवाह नाथूला पास है। हम ऐतिहासिक समझौतों और दोनों देशों के बीच हुए एग्रीमेंट के मुताबिक सीमाओं पर शांति के लिए तैयार हैं।” बता दें कि डोकलाम विवाद सुलझने के बाद भारत की डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने शनिवार को नाथूला का दौरा किया था। यहां उन्होंने चीन के एक सैनिक को नमस्ते किया और इस इंडियन ट्रेडिशन के बारे में बताया। सीतारमण के इस नमस्ते की चर्चा चीन के मीडिया में रही।

चीन के मीडिया ने सीतारमण के नमस्ते पर क्या कहा?

1) नमस्ते नेकदिली का इशारा
– चीनी समीक्षकों ने इंडिया-चीन बॉर्डर पर चीन के सैनिकों के साथ भारतीय रक्षा मंत्री की बातचीत को नमस्ते डिप्लोमैसी का नाम दिया और इसे नेकदिली और दोस्ती का इशारा बताया है। चीन के न्यूज चैनल CGTN ने सीतारमण के वीडियो दिखाते हुए कैप्शन दिया, “भारतीय डिफेंस मिनिस्टर ने चीन की सीमा पर सैनिकों का अभिवादन किया।”
2) नजदीकी बढ़ा रही हैं भारतीय डिफेंस मिनिस्टर
– हॉन्गकॉन्ग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने कहा, “भारत की डिफेंस मिनिस्ट्री चीन की सेना के साथ नजदीकी बढ़ा रही हैं। दोनों देशों के बीच सीमा पर जब भारत की विदेश मंत्री गईं तो उन्हें चीन के सैनिकोें से नेकदिली और दोस्ती का अहसास मिला, ये अनएक्सपेक्टेड था।” सोशल मीडिया पर भी निर्मला सीतारमण की नमस्ते की चर्चा रही।
3) सीतारमण ने चीनी सैनिकों से दोस्ताना मुलाकात की
– चीन के सरकारी न्यूज पेपर ग्लोबल टाइम्स ने कहा, “भारत को सुरक्षा के पागलपन से उबर जाना चाहिए। निर्मला सीतारमण ने चीन बॉर्डर के पास बने नए एयरपोर्ट की विजिट की, जो नवंबर में शुरू हो जाएगा, हम इसे अक्रामक व्यवहार के तौर पर देख सकते हैं। लेकिन, भारतीय रक्षा मंत्री की चीन के सैनिकों के साथ मुलाकात दोस्ताना रही। उन्होंने पारंपरिक नमस्ते से चीन के सैनिकों का अभिवादन किया।”

सीतारमण के नमस्ते पर क्या बोले चीन के EXPERT

– साउथ एशियन स्टडीज के एक्सपर्ट कियान फेंग ने कहा, “ये मुलाकात दोनों देशों के बीच बाइलेटरल रिश्तों को सुधारने और सद्भावना का संकेत है। ये रिश्तों को सहज बनाने की और दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश है। भारत सरकार को रिश्तों को मजबूत करने के लिए और ज्यादा मजबूती दिखानी चाहिए।”

निर्मला सीतारमण ने चीन के सैनिकों को बताया- क्या है नमस्ते

– शनिवार को इंडिया-चीन बॉर्डर पर पहुंची निर्मला सीतारमण ने चीन के सैनिकों से बातचीत की।
– चीन का अफसर भारतीय डिफेंस मिनिस्टर को ये बता रहा था कि उनकी यहां पर क्या ड्यूटी है। इस दौरान निर्मला सीतारमण ने पूछा कि आपको पता है कि नमस्ते क्या है?
– जब चीन के सैनिक ने ना में जवाब दिया तो सीतारमण ने पूछा- चीन की भाषा में आप नमस्ते को क्या कहते हैं? इसके बाद निर्मला सीतारमण ने उन्हें नमस्ते किया और जवाब में चीन के अफसरों ने भी उन्हें नी हाओ कहा, जो कि चाइनीज अभिवादन होता है।
70 दिन बाद सुलझा था डोकलाम विवाद?
– चीन सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में सड़क बना रहा था। चीन ने जून की शुरुआत में यह सड़क बनाना शुरू किया था। भारत ने विरोध जताया तो चीन ने घुसपैठ कर दी। चीन ने भारत के दो बंकर तोड़ दिए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। हालांकि, 70 दिन चले इस टकराव के बाद चीनी सेना वहां से हटने काे तैयार हो गई।
– दरअसल, सिक्किम का मई 1975 में भारत में विलय हुआ था। चीन पहले तो सिक्किम को भारत का हिस्सा मानने से इनकार करता था। लेकिन 2003 में उसने सिक्किम को भारत के राज्य का दर्जा दे दिया। हालांकि, सिक्किम के कई इलाकों को वह अपना बताता रहा है।