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गुजरात के पटेल वोटों पर भी फोकस, हटाए गए मंत्रियों के परफाॅर्मेंस से खफा थे मोदी

नई दिल्ली.नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मंत्रिमंडल में 19 नए राज्यमंत्रियों को शामिल किया। वहीं, निहालचंद और रामशंकर कठेरिया समेत 5 मंत्रियों की छुट्टी हुई। बताया जाता है कि हटाए गए मंत्रियों की परफॉर्मेंस से मोदी खुश नहीं थे। कुछ मंत्रियों के साथ विवाद भी जुड़े थे। हालांकि, ये भी सही है कि गुजरात और यूपी में पॉलिटिकल इक्वेशन ठीक करने की कोशिश की गई है। ये है 5 मंत्रियों को हटाने की वजह…
1. एमके कुंदरिया
वजह:सरकार में एग्रीकल्चर राज्यमंत्री थे। गुजरात में राजनीतिक रूप से अहम पटेल कम्युनिटी में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए बीजेपी पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुख मांडविया को लेकर आए।
2. निहालचंद मेघवाल
वजह: सरकार में केमिकल और फर्टिलाइजर राज्यमंत्री थे। श्रीगंगानगर से सांसद निहालचंद पार्टी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। रेप केस में नाम आने पर भी विपक्ष के निशाने पर थे।
3. सांवरलाल जाट
वजह:सरकार में जल संसाधन राज्यमंत्री थे। पार्टी लीडरशिप उनके कामकाज से खुश नहीं थी। उनकी ही कम्युनिटी के असरदार नेता छोटू राम चौधरी के लिए रास्ता बनाने के लिए साइड लाइन किया।
4. मनसुख वसावा
वजह: आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री थे। सरकार में दिए काम को पूरी तरह से नहीं कर सके। गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की आलोचना भी की। इसके अलावा जसवंत सिंह बहादुर को आदिवासियों का एक बेहतर नेता माना जाता है।
5. रामशंकर कठेरिया
वजह: सरकार में मानव संसाधन राज्यमंत्री थे। यूपी असेंबली इलेक्शन से पहले पार्टी कोई उभरता हुआ दलित फेस चाहती थी। दलितों के बीच कृष्ण राज की इमेज से बीजेपी को लगता है कि उसे इलेक्शन में इसका फायदा मिलेगा।
19 नए राज्य मंत्रियों की पूरी लिस्ट
राजस्थान से 4 चेहरे
1. अर्जुन राम मेघवाल :बीकानेर से सांसद हैं। आईएएस भी रह चुके हैं। साइकिल से संसद जाने के लिए चर्चित हैं।
2. सीआर चौधरी :नागौर से सांसद हैं। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर रह चुके हैं। राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस में अफसर रह चुके हैं।
3. पीपी चौधरी :पाली से सांसद हैं। सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। 11 हजार से ज्यादा केस लड़ चुके हैं।
4. विजय गोयल :राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। हालांकि, उन्हें दिल्ली का नेता ज्यादा माना जाता है। दिल्ली बीजेपी के प्रेसिडेंट रह चुके हैं।
यूपी से 3 नाम
5. अनुप्रिया पटेल :एनडीए के सहयोगी दल अपना दल की नेता हैं। मिर्जापुर से सांसद हैं। अब टीम मोदी में सबसे युवा मिनिस्टर।
5. कृष्णा राज :शाहजहांपुर से सांसद हैं। दलित चेहरा हैं।
7. महेंद्रनाथ पांडे :चंदौली से सांसद हैं। पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
उत्तराखंड से एक को जगह
8. अजय टमटा :दलित नेता हैं। अलमोड़ा से सांसद हैं।
एमपी से
9. अनिल माधव दवे :एमपी के नेता हैं। संगठन से जुड़े हैं। राज्यसभा सदस्य हैं।
10. फग्गन सिंह कुलस्ते :मंडला से सांसद हैं। 2008 में कैश फॉर वोट में नाम आया था। इसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
11. एमजे अकबर :राज्यसभा सदस्य हैं। पत्रकार रहे हैं। उन्हें विदेश राज्यमंत्री बनाया गया है।
महाराष्ट्र
12. सुभाष भामरे :धुले से बीजेपी सांसद हैं। देश के बड़े कैंसर सर्जन हैं। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में रहे हैं।
13. रामदास अठावले :एनडीए के सहयोगी दल आरपीआई के चीफ हैं। महाराष्ट्र के बड़े दलित नेता।
गुजरात
14. जसवंतसिंह भाभोर :दाहोद से सांसद हैं।
15. मनसुख मनदाविया :राज्यसभा मेंबर हैं।
16. पुरुषोत्तम रूपाला :मंत्री रह चुके हैं। मोदी के करीबी बताए जाते हैं।
असम
17. राजेश गोहैन :नागांव से बीजेपी सांसद।
कर्नाटक
18. राजेश जिगजिगानी:बीजापुर से सांसद हैं। म्यूजिशियन और इंडस्ट्रियलिस्ट हैं। पांच बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं।
बंगाल
19. एसएस अहलूवालिया :दार्जिलिंग से सांसद हैं। लंबे वक्त तक राज्यसभा में बीजेपी के उपनेता रहे हैं।
ये प्रमोट हुए
– प्रकाश जावड़ेकर :एन्वायरन्मेंट मिनिस्टर हैं। स्टेट मिनिस्टर इंडिपेंडेंट चार्ज थे। इन्हें कैबिनेट दर्जा मिला है।