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कमरे में आंचल का पुतला लटकाकर खुदकुशी का सीन दोहराया गया

कानपुर। अशोक नगर के बहुचर्चित आंचल खुदकुशी कांड में शुक्रवार को फोरेंसिक टीम ने फिर जांच की। घटना के बाद से बंद चल रहे कमरे को खोला और फिर से जांच की। कमरे में आंचल का पुतला लटकाकर खुदकुशी का सीन दोहराया गया। पंखें से दुपट्टा बांधकर पुतला उतनी ही दूरी पर लटकाया गया जितनी दूरी पर आंचल का शव लटक रहा था।
इस मुकदमे के विवेचक एसीपी नजीराबाद के नेतृत्व में पहुंची फोरेंसिक टीम ने वीडियोग्राफी के बीच सूर्यांश का घर खोला। पुलिस टीम उस कमरे में दाखिल हुई जहां आंचल फांसी के फंदे पर लटक रही थी। पुलिस की एसएफएल टीम अपने साथ एक पुतला लेकर गई थी। आंचल की कद काठी वाले पुतले को ठीक उसी तरह लटकाया गया जिस तरह आंचल का शव लटका था। फिर मापजोख की गई। पुतले की लटकने की साइज और शव के लटकने की स्थिति से मैच कराया जाएगा। माप जोख में यदि दोनों मेल खा गए तो साइंटिफिक तरीके से खुदकुशी साबित हो जाएगी।
यह था मामला
अशोक नगर के सब्जी मसाला कारोबारी सूर्यांश की पत्नी आंचल ने पिछले दिनों खुदकुशी कर ली थी। दहेज हत्या के आरोप में मसाला कारोबारी सूर्यांश खरबंदा और उसकी मां निशा इन दिनों जेल में हैं। घटना के वक्त सूर्यांश अपनी मां के साथ लखनऊ में बहन के घर थे। पुलिस ने वहीं से गिरफ्तार कर लिया था। पारिवारिक विवाद के चलते वह 12 नवंबर को घर छोड़कर चले गए थे तथा 19 नवंबर की सुबह आंचल का शव घर में ही फंदे पर लटका पाया गया था।