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ऐसे जांच होती है? हेलिकॉप्टर डील: केजरी बोले-शाह सोनिया के आगे हाथ जोड़ रहे हैं

नई दिल्ली. अगस्ता वेस्टलैंड डील में करप्शन को लेकर एक बार फिर अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस को घेरा है। शुक्रवार को ट्वीट कर कहा- इटली कोर्ट के ऑर्डर में यदि मेरा नाम होता, मोदी जी अभी तक मुझे अरेस्ट कर चुके होते। पर सोनिया जी से पूछताछ तक नहीं कर रहे। क्यों? मोदी जी ने मुझ पर CBI रेड कराई, सोनिया जी और वाड्रा जी पर नहीं कर रहे। मोदी जी को गांधी परिवार ईमानदार लगता है। अमित शाह जी हाथ जोड़कर सोनिया जी से पूछ रहे हैं – “प्लीज बता दो किसने रिश्वत ली है।” ऐसे जाँच होती है? फिर CBI और ACB बंद कर दो। अमित शाह ने क्या कहा था…

– बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने गुरुवार को कहा था, ”दो दिन से देश में अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर पर चर्चा हो रही है। कल मैंने कांग्रेस अध्यक्षा का बयान देखा। उन्होंने बताया था कि वे किसी से डरती नहीं हैं।”
– ”मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता संविधान, नियम और लोक-लाज से डरते हैं। आपने सही फरमाया है कि आप किसी से डरती नहीं हैं। इसलिए इस तरह के मामले सामने आते हैं।”
– ”जब नेशनल हेराल्ड होता है तो आप कहती हैं कि आप किसी से डरती नहीं हैं। मैं इतना ही पूछना चाहता हूं कि इटली की कोर्ट ने घूस देने वालों को जेल भेजा तो घूस लेने वाले कहां हैं? उस वक्त कौन शासन में था?”
– ”सीधी बात है कि यूपीए की सरकार में जो लोग थे, वे जिम्मेदार हैं। उन्हें इस सत्य को उजागर करना चाहिए आैर देश की जनता के सामने लाना चाहिए। डरने, ना डरने की बात से बाहर निकलकर कांग्रेस अध्यक्षा ये बताएं कि पैसा किसने लिया है?”
अगस्ता वेस्टलैंड ने नहीं लौटाए 800 करोड़, दिल्ली में हैं डील में मिले हेलिकॉप्टर
अगस्ता वेस्टलैंड के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर्स की 3600 करोड़ की डील कैंसल होने के बाद भी कंपनी ने भारत को 800 करोड़ रुपए नहीं लौटाए हैं। कंपनी को ये रकम तीन हेलिकॉप्टरों के बदले देनी थी, जिनका पेमेंट भारत कर चुका था। करप्शन का मामला सामने आने के बाद कंपनी ने ये हेलिकॉप्टर भारत में भेजे थे जो अभी भी दिल्ली पालम एयरबेस पर हैं। हालांकि, डील कैंसल होने के बाद इनका कभी इस्तेमाल नहीं किया गया।
हेलिकॉप्टर आने के बाद इटली में कैसे बदले हालात
– ये हेलिकॉप्टर नवंबर 2012 में कंपनी ने इंडियन एयरफोर्स को दिए थे।
– इसके नौ महीने पहले अगस्ता वेस्टलैंड डील में करप्शन के सिलसिले में इटली में पहली गिरफ्तारी हुई थी।
– भारत सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड को किए गए पेमेंट की वसूली के लिए आर्बिट्रेशन (मध्यस्थता) की प्रॉसेस शुरू की, तब तक ये हेलिकॉप्टर्स 556 घंटों की उड़ान भर चुके थे।
CAG की रिपोर्ट में हुआ था गड़बड़ियों का खुलासा
– अगस्त 2013 में पार्लियामेंट में पेश हुई कैग की रिपोर्ट में दो गड़बड़ियों की तरफ इशारा किया गया था।
– रिपोर्ट में कहा गया था कि कॉन्ट्रैक्ट नेगोशिएशन कमेटी ने कॉस्ट 4877.5 करोड़ बताई। जबकि जनवरी 2006 में इसकी कॉस्ट 793 करोड़ मानी गई थी। लिहाजा नई कॉस्ट छह गुना ज्यादा थी।
– वहीं, वेंडर ने 3966 करोड़ की कॉस्ट ऑफर की थी जबकि कमेटी उससे 22.80 पर्सेंट ज्यादा यानी 4877.5 करोड़ रुपए देने को राजी थी।
क्या है मामला?
– यूपीए-1 सरकार के वक्त 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद की डील हुई थी। डील के तहत मिले 3 हेलिकॉप्टर आज भी दिल्ली के पालम एयरबेस पर खड़े हैं।
– डील 3,600 करोड़ रुपए की थी। टाेटल डील का 10% हिस्सा रिश्वत में देने की बात सामने आई थी। इसके बाद यूपीए सरकार ने फरवरी 2013 में डील रद्द कर दी थी।
– तब एयरफोर्स चीफ रहे एसपी त्यागी समेत 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया था।
– जिस मीटिंग में हेलिकाॅप्टर की कीमत तय की गई थी, उसमें यूपीए सरकार के कुछ मंत्री भी मौजूद थे। इस वजह से कांग्रेस पर भी सवाल उठे थे।
अब क्यों चर्चा में आया?
– मिलान कोर्ट ऑफ अपील्स ने सोमवार को दिए फैसले में माना कि इस हेलिकॉप्टर डील में करप्शन हुआ और इसमें इंडियन एयरफोर्स के पूर्व चीफ एसपी. त्यागी भी शामिल थे।
– 90 से 225 करोड़ रुपए की रिश्वत भारतीय अफसरों को दी गई।
– कोर्ट ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर देने वाली कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के चीफ जी. ओरसी को दोषी ठहराया है। उन्हें साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई है।
– कोर्ट के जजमेंट में चार बार ‘सिग्नोरा’ (सोनिया) गांधी और दो बार मनमोहन सिंह का जिक्र है। इसलिए कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर है।