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सचिन (Sachin,)के 10 बड़े रिकॉर्ड, जिनका टूटना नामुमकिन है!

सचिन के जन्मदिन: अपने फैंस के बीच क्रिकेट के ‘भगवान’ के नाम से मशहूर दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर आज यानी 24 अप्रैल को अपना 50वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. मास्टर ब्लास्टर सचिन ने अपने खेल से 24 साल तक देश की सेवा की. उन्होंने दशकों तक विश्व क्रिकेट पर राज किया. दाएं हाथ के इस पूर्व बैटर ने अपने लंबे क्रिकेट करियर के दौरान कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए जो आज भी अटूट है. छोटे कद के सचिन (Sachin,) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में एक कारनामा 264 बार किया है जिसे तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. सचिन के जन्मदिन पर आइए जानते हैं उनके 10 बड़े रिकॉर्ड्स:-

सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुलकर मशहूर गायक और संगीतकार सचिन देव बर्मन के बहुत बड़े फैन थे. उन्होंने अपने तीसरे बेटे का नाम सचिन तेंदुलकर रखने का फैसला लिया. सचिन जब 10 साल के थे, तब भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 1983 में वर्ल्ड कप जीता था. सचिन ने उस वर्ल्ड कप से प्रेरित होकर क्रिकेट में कदम रखा. 14 साल की उम्र में सचिन एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे इसके लिए वह चेन्नई स्थित एमआरएफ पेस फाउंडेशन भी गए लेकिन वहां डेनिस लिलि ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था.

सचिन तेंदुलकर पहली बार स्कूल क्रिकेट के जरिए सुर्खियों में आए. उन्होंने तब श्रद्धाश्रम विद्यामंदिर स्कूल की ओर से खेलते हुए विनोद कांबली के साथ मिलकर रिकॉर्ड 664 रन की साझेदारी की. इसमें सचिन ने 326 रन बनाए थे. सचिन के कोच रमाकांत आचरेकर थे. आचरेकर अपने शिष्य यानी सचिन को आउट नहीं होने की सलाह देते थे. पूरे सीजन आउट नहीं होने पर आचरेकर सचिन को गिफ्ट में सिक्का देते थे. सचिन के पास 13 सिक्के हैं.
1987 का वर्ल्ड कप भारत में आयोजित हुआ था. तब सचिन वानखेड़े स्टेडियम में भारत बनाम जिम्बाब्वे के बीच खेले गए मुकाबले में बॉल ब्वॉय की भूमिका में थे. सचिन क्रिकेट किट को साथ में लेकर ही सोते थे. सचिन के नाम रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी के डेब्यू मैच में शतक जड़ने का रिकॉर्ड है.

15 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी के जरिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पहली सेंचुरी जड़ी. उन्होंने नाबाद 100 रन बनाए थे. वह तब फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक जड़ने वाले सबसे युवा भारतीय बने थे. सचिन को साल 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला. साल 1989 में सचिन को पाकिस्तान के खिलाफ वनडे में डेब्यू का मौका मिला जिसमें वह शून्य के निजी स्कोर पर आउट हुए.
सचिन तेंदुलकर ने 20 साल के होने से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में 5 शतक जड़े जो एक रिकॉर्ड है. साल 2009 में सचिन तेंदुलकर का मोम का पुतला लंदन के मैडम तुषाद म्यूजियम में लगाया गया. सचिन यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के पहले एथलीट हैं.
साल 2010 में सचिन तेंदुलकर आईपीएल में ऑरेंज कैपधारी बने. पहली बार कोई भारतीय खिलाड़ी के सिर पर ऑरेंज कैप का ताज सजा. उन्होंने मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हुए 15 मैचों में कुल 618 रन बनाए. सचिन इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वाधिक बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं. वह 18 बार वनडे और 10 बार टेस्ट क्रिकेट में नर्वस नाइंटीज के शिकार हुए हैं. सचिन तेंदुलकर पहले एक्टिव क्रिकेटर थे जिन्हें राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया गया. वह पहले ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, पद्मश्री और भारत रत्न से सम्मानित किया गया है.
इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन ने ओवरऑल 264 बार 50 प्लस स्कोर बना चुक हैं. उन्होंने वनडे में 145 जबकि टेस्ट में 119 बार 50 से ज्यादा रन स्कोर किए हैं. यह इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी बैटर का सबसे ज्यादा है.
सचिन तेंदुलकर के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. उन्होंने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में कुल 34357 रन बनाए हैं जिनमें 15921 रन टेस्ट के जबकि 18426 रन वनडे के शामिल हैं.

सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने वाले क्रिकेटर हैं. उन्होंने सर्वाधिक 664 मैच खेले हैं जिनमें 200 टेस्ट, 463 वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल मैच शामिल है. यह एक विश्व रिकॉर्ड है जो अभी भरी सचिन के नाम है.
सचिन तेंदुलकर को वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 15 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज जबकि 62 बार प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया है. जो किसी भी खिलाड़ी का सर्वाधिक है. वनडे में सचिन दोहरा शतक जड़ने वाले पहले क्रिकेटर हैं. उन्होंने साल 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में नाबाद 200 रन की पारी खेली थी. हालांकि उनके बाद कई खिलाड़ियों ने वनडे में डबल सेंचुरी ठोकी है.