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(चीनी फंडिंग) 
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चीनी फंडिंग पर एजेंडा चलाने का पत्रकारों पर आरोप(चीनी फंडिंग) 

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज सुबह मनी लॉन्ड्रिंग(चीनी फंडिंग)  और अपने प्लेटफॉर्म पर चीन के पक्ष में कंटेंट पब्लिश करने के आरोप में ईडी द्वारा दर्ज एक मामले के सिलसिले में मीडिया आउटलेट न्यूज़क्लिक से जुड़े स्थानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में न्यूज क्लिक के कार्यालयों और उसके कर्मचारियों के आवासों पर की गई. पुलिस ने पत्रकारों के लैपटॉप जब्त कर लिए और उन्हें जांच में शामिल होने के लिए समन भी जारी किया.

सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी के आवास पर भी दिल्ली पुलिस ने न्यूज क्लिक के कुछ कर्मचारियों के सामान की तलाशी के लिए छापा मारा, जो परिसर में रुके थे. सीताराम येचुरी ने कहा है कि यह मीडिया पर लगाम लगाने की कोशिश है और यह इस बात का सबूत है कि भारत प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में क्यों फिसल रहा है. इस बीच, न्यूज़क्लिक से जुड़े परिसरों पर छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “मुझे इस जांच को सही साबित करने की जरूरत नहीं है. अगर किसी ने कुछ भी गलत किया है, तो जांच एजेंसियां ​​निर्धारित दिशानिर्देशों के तहत उनके खिलाफ जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं.”

न्यूज क्लिक पर अमेरिकी नागरिक नेविल रॉय सिंघम से 38 करोड़ रुपये लेने और चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने का आरोप है. न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर वर्तमान में 30 से अधिक स्थानों पर छापेमारी चल रही है, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस मामले में जिन पत्रकारों के घर छापेमारी की गई, उनमें औनिंद्यो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा, सोहेल हाशमी, भाषा सिंह, प्रबीर पुरकायस्थ और उर्मिलेश शामिल हैं. इन पर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए धन स्वीकार करने का आरोप लगाया गया है. फिलहाल दिल्ली-एनसीआर में स्पेशल सेल की तलाश जारी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रेड के दौरान लैपटॉप, कंप्यूटर, हार्डडिस्क और मोबाइल जब्त किए गए हैं.

 

दिल्ली पुलिस द्वारा न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर छापेमारी करने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “मुझे इसे सही ठहराने की जरूरत नहीं है. अगर किसी ने कुछ भी गलत किया है, तो जांच एजेंसियां ​​निर्धारित दिशानिर्देशों के तहत उनके खिलाफ जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं.”

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने ‘न्यूजक्लिक’ के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन का ‘डंप डेटा’ (किसी कम्प्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल से किसी दूसरे उपकरण में स्थानांतरित किया गया डेटा) बरामद किया. उन्होंने बताया कि विशेष प्रकोष्ठ ने एक नया मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. एक वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दिल्ली पुलिस मेरे घर पहुंची. मेरा लैपटॉप और फोन ले लिया.’

बता दें कि साल 2021 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने सबसे पहले न्यूज क्लिक को मिली अवैध फंडिंग को लेकर मुकदमा दर्ज किया था. ये संदिग्ध फंडिंग चीनी कंपनियों के जरिए न्यूज क्लिक को प्राप्त हुई थी. इसी के बाद ईडी ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी. हालांकि हाईकोर्ट ने उस वक्त न्यूज क्लिक के प्रमोटरों को गिरफ्तारी से राहत दी थी.