नई दिल्ली. देश की आठवीं वंदेभारत ट्रेन ( Vande Bharat train ) तैयार हो चुकी है. आज इस ट्रेन को आईसीएफ से बाहर निकालकर ट्रैक पर लाया जाएगा. इस ट्रेन का रूट भी लगभग तय हो गया है. हालांकि आधिकारिक रूप में इसकी घोषणा नहीं हुई है. इससे पूर्व देश के विभिन्न हिस्सों में सात वंदेभारत ट्रेनों का सफल संचालन हो रहा है, जो यात्रियों को खूब पसंद आ रही है.
रेलवे मंत्रालय के अनुसार वंदेभारत ट्रेनों का निर्माण आईसीएफ चेन्नई में किया जा रहा है. सात वंदेभारत ट्रेन तैयार होकर विभिन्न मार्गों पर दौड़ रही हैं. आठवीं ट्रेन भी तैयार हो चुकी है, जो आज कोच फैक्ट्री से बाहर आ जाएगी. बताया जा रहा है कि इस ट्रेन को पुरी-भुवनेश्वर-हावड़ा के बीच चलाने की तैयारी है. जिससे जगन्नाथपुरी, कोणार्क मंदिर, समुद्र और आसपास घूमने वाले यात्रियों को सुविधा होगी. इसका रूट ट्रायल भी जल्द शुरू हो जाएगा.इन रूटों पर चल रही हैं वंदे भारत
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन यानी वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में पांच रूटों पर चल रही है. पहली वंदेभारत नई दिल्ली-वाराणसी के बची चली. दूसरी नई दिल्ली-श्री वैष्णो देवी माता, कटरा तीसरी गांधीनगर से मुंबई, चौथी नई दिल्ली से अंब अंदौरा स्टेशन हिमाचल और पांचवीं चेन्नई-मैसूरू के बीच चल रही है, जो दक्षिण भारत की पहली वंदेभारत है. छठवीं वंदेभारत ट्रेन हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी चल रही है. सातवीं वंदेभारत सिकंदराबाद से अमरावती तक 15 जनवरी को शुरू हुई है.
मौजूदा समय संचालित हो रही 7 वंदे भारत ट्रेनों ने कुल मिलाकर 23 लाख किलोमीटर का सफर पूरा किया है. ये पृथ्वी के 58 चक्कर लगाने के बराबर है. इन ट्रेनों से अब तक 40 लाख से अधिक यात्री यात्रा कर चुके हैं. इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोगों का जो समय बचता है.
मौजूदा समय वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियत
नई वंदे भारत एक्सप्रेस हल्की है और मात्र 52 सेकंड में 100 किमी की रफ्तार पकड़ सकती है. फिलहाल, सभी वंदे भारत ट्रेनें पूरी तरह से वातानुकुलित हैं और उनमें स्वचालित दरवाजे हैं. वंदे भारत ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है. ट्रेन में जीपीएस आधारित इंफॉर्मेशन सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट हैं. इसमें पावर बैकअप की भी व्यवस्था है. यह ट्रेन सुरक्षा कवच से लैस है. सफर के दौरान यात्री खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसका पूरा ध्यान रखा गया है. इसमें पुश बटन स्टॉप की सुविधा भी दी गई है. किसी भी आपात स्थिति में ट्रेन को एक बटन दबाकर रोका जा सकता है