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ब्रांड बाबाओं का 900 करोड़ का कारोबार, एेसा है 80 लाख भक्तों का मार्केट: DB SPL

पानीपत (हरियाणा).बिजनेसमैन बाबा, 80 लाख भक्त और हरियाणा। धर्म-अध्यात्म और योग के साथ बिजनेस में उतरे बाबाओं के लिए एक बड़ा मार्केट। योग गुरु रामदेव ‘स्वदेशी अपनाओ’ और संत गुरमीत राम रहीम ‘जहर हटाओ, जैविक लाओ’ के नारे के सहारे एक-दूसरे के सामने हैं। ब्रांड बाबाओं के लिए हरियाणा में कारोबारी माहौल भी है।
– रामदेव का यह होम स्टेट है तो राजस्थान के गंगानगर में जन्मे राम रहीम का कर्मक्षेत्र। सियासी कनेक्शन भी मजबूत है।
– दोनों के भक्तों की बड़ी संख्या इन्हें बिजनेस बढ़ाने के लिए लुभा रही है। पतंजलि के हरियाणा इंचार्ज त्रिलोक चंद शर्मा कहते हैं कि 2006 में शुरू हुई पतंजलि के आज देश में 5000 रिटेल सेंटर हैं।
– इनमें सर्वाधिक 1000 हरियाणा में। बाबा के करीब 60 से 70 लाख फॉलोअर (योग और आयुर्वेद को मानने वाले) पतंजलि प्रोडक्ट्स का यूज कर रहे हैं।
– पतंजलि हरियाणा में 700 करोड़ सालाना कारोबार कर रही है। एक साल में 5 हजार करोड़ का इन्वेस्ट कर 10,000 करोड़ के कारोबार का टारगेट है।
– वहीं, 15 दिन पहले लांच हुए एमएसजी ब्रांड के स्पोक्सपर्सन डॉ. आदित्य इन्सां के मुताबिक राज्य में 250 से ज्यादा ब्रांडेड स्टोर ओपन चुके हैं।
– उनके मुताबिक, 300 से ज्यादा डीलर बन गए हैं। हमारा टारगेट देश में 1500 स्टोर खोलने का है। उनका दावा है कि बाबा के भक्तों के साथ आम लोग भी प्रोडक्ट यूज कर रहे हैं।
#1. प्रोडक्ट के देशी होने का दावा
– एफएमसीजी कंपनियों की तुलना में पतंजलि और एमएसजी के ज्यादातर प्रोडक्ट्स की कीमत 10 से 15 पर्सेंट तक कम है।
– इनके प्रोडक्ट्स का प्रचार-प्रसार भी भारतीय भावनाओं के अाधार पर किया जा रहा है।
– इनमें भारतीय जड़ी-बूटियों, जैविक फसलों और गाय-भैंस के दूध को शामिल बताया जाता है।
#2. जैसे-जैसे डिमांड बढ़ी आउटसोर्सिंग पर उतरे
– कॉस्मेटिक से लेकर आयुर्वेदिक दवाओं तक पतंजलि के 800 प्रोडक्ट्स की लिस्ट है।
– जैसे-जैसे डिमांड बढ़ रही है, आपूर्ति के लिए आउटसोर्सिंग का सहारा भी लिया जा रहा है।
– यानी सामान बनता कहीं और है, बाबा सिर्फ अपने ब्रांड की मुहर लगाते हैं।
– एमएसजी भी 150 प्रोडक्ट्स के साथ मार्केट में हैं। हरियाणा पर ज्यादा जोर है।
#3. पहले आउटलेट्स मुश्किल से, अब ओपन मार्केट
– जब पतंजलि के प्रोडक्ट मार्केट में आए तो भारी रकम लेकर आउटलेट दिए गए। बाद में छोटे डीलर बनाए।
– अब सामान्य जनरल स्टोर पर भी प्रोडक्ट उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
– इसी तरह एमएसजी भी छोटे डीलर बना रही है। श्रीश्री रविशंकर के प्रोडक्ट भी श्रीश्री आयुर्वेद के नाम से मार्केट में आ रहे हैं।
– सिर्फ दो साल में 3000 से ज्यादा सेंटर पतंजलि के देश में खुले।
– सबसे ज्यादा 1000 पतंजलि के सेंटर हरियाणा में खोले गए।
– 250 ब्रांडेड स्टोर 15 दिन में खुले एमएसजी के हरियाणा में।
क्या कहते हैं बाबाओं के दो बड़े ब्रांड्स के स्पोक्सपर्सन
#1. गांव-गांव पहुंचने के लिए गाय-गोशाला का सहारा
पतंजलि के हरियाणा इंचार्ज त्रिलोक चंद कहते हैं, “जल्द ही हम गांव और शहरों में बनी उन गोशालाओं में गो-मूत्र के फिनायल प्लान्ट लगाएंगे, जहां गायों की संख्या 1 हजार से ज्यादा होगी।” पीठ का दावा है कि इस प्लान्ट से मिलने वाला लाभ भी गाेशाला को ही दिया जाएगा। टारगेट गांव-गांव तक पतंजलि के प्रोडक्ट को पहुंचाना है।
#2. पेस्टिसाइड का प्रयोग बढ़ा, इसलिए हम मार्केट में
एमएसजी प्रोडक्ट्स के स्पोक्सपर्सन आदित्य इन्सां कहते हैं कि भारत में किसान फसलों पर 6 से 10 गुना ज्यादा पेस्टिसाइड यूज कर रहे हैं। खान-पान जहरीला हो गया है। लोगों को स्वदेशी और जैविक फूड उपलब्ध कराने के लिए एमएसजी के प्रोडक्ट मार्केट में लाए गए हैं। हमारा किसी से कॉम्पिटीशन नहीं है। क्वांटिटी नहीं, क्वालिटी पर हमारा जोर है।