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छापे में मिली चांदी की ईंट, एक किलो से ज्यादा सोना और 95 लाख कैश

पटना:बिहार में भ्रष्‍टाचार के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई का अभियान लगातार जारी है। कल एसयूवी ने समस्‍तीपुर के सब रजिस्‍ट्रार मणि रंजन के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्‍तीपुर के तीन ठिकानों पर छापेमारी कर करीब 60 लाख रुपए कैश बरामद करने के साथ ही कई प्‍लॉट-फ्लैट्स, लग्‍जरी गाड़ियों और करोड़ों के होटल निर्माण का पता लगाया था। शनिवार को ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह के पटना में इंद्रपुरी स्थित आवास पर निगरानी ने छापा मारा। इस छापेमारी में 95 लाख रुपए नगद बरामद हुए हैं। एक किलो 295 ग्राम सोने के आभूषण भी मिले हैं। इसके अलावा आवास पर 12 किलो चांदी मिला है इनमें आभूषण और तीन चांदी की ईंटें भी शामिल हैं। चांदी की कुल कीमत 66 लाख 51 हजार रुपए आंकी गयी है। राष्ट्रीय बचत प्रमाण-पत्र में 81 लाख रुपए के निवेश का खुलासा हुआ है। अजय कुमार सिंह ग्रामीण कार्य विभाग के मसौढ़ी डिवीजन में लंबे समय से तैनात हैं।

सुबह आठ बजे छापामारी की कार्रवाई शुरू होने के बाद निगरानी की टीम देर शाम तक अजय सिंह के आवास के कोने-कोने को खंगालती रही। वहां से बरामद हो रही राशि और निवेश के कागजातों की जांच आर्थिक अपराध इकाई और स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम भी कर रही है। बरामद नगदी की भारी मात्रा को देखते हुए दोपहर बाद पैसे गिनने की मशीन मंगा ली गई। अजय सिंह के 20 बैंक खातों में जमा पैसों का भी खुलासा हुआ है। इनमें जमा धन की गणना अलग से की जा रही है। अभियंता की काली कमाई से अर्जित 12 जमीन और फ्लैटों का भी पता चला है। इनके मूल्यांकन के लिए वैल्यूअर को बुलाया गया है। पटना के बैरिया स्थित जमीन 40 लाख की बताई जा रही है। इसी तरह स्क़ॉर्पियो, टीयूवी, 300, सेंट्रो और आल्टो समेत सात चारपहिया वाहनों का भी मालिक आरोपी अभियंता हैं। बुलेट, अपाचे और ग्लैमर समेत चार दोपहिया वाहन भी उसकी मिलकियत हैं।

छापामारी से बरामद अभी तक के सबूतों के आधार पर निगरानी ब्यूरो का अनुमान है कि अजय कुमार सिंह ने अपनी नौकरी में मिले अभी तक के कुल वेतन से लगभग 81 लाख 63 हजार रुपए ज्यादा की संपत्ति अर्जित की है। पटना के इंद्रपुरी स्थित चार मंजिला मकान भी भव्य है। निगरानी की टीम इसका मूल्यांकन बाद में करेगी। 17 दिसंबर को अजय कुमार सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था। सिंह के खिलाफ ठेकेदारी मैनेज करने की शिकायत लगातार मिल रही थी। सबूत जुटाने के बाद निगरानी ब्यूरो के अधिकारियों ने कार्रवाई की है। जल्दी ही निगरानी के अधिकारी अजय सिंह की कुल बनाई संपत्ति का वास्तविक मूल्यांकन कर लेंगे।