Breaking News
Indian Navy spy planes track Chinese warship Xian 32 in Southern Indian Ocean Updates
www.vicharsuchak.in

चीन के 7 जंगी जहाज हिंद महासागर में मौजूद, भारतीय नौसेना के टोही विमानों ने तस्वीरें लीं

  • हिंद महासागर में चीन का 27000 टन वजनी विमानवाहक जियान-32 भी देखा गया, फिलहाल यह श्रीलंका के क्षेत्र में है
  • भारतीय अफसरों के मुताबिक- चीन का मुख्य मकसद हिंद महासागर में ताकत दिखाना, ज्यादातर व्यापार इसी रास्ते होता है

चेन्नई. चीन के सात युद्धपोत हिंद महासागर में नजर आए हैं।  इन्हें भारतीय नौसेना के टोही विमानों पी-8आई ने ट्रैक किया और तस्वीरें लीं। अमेरिका निर्मित पी-8आई विमान पनडुब्बी रोधी खुफिया प्रणाली से लैस हैं। चीन का 27 हजार टन वजनी और विमानवाहक युद्धपोत जियान-32 सितंबर की शुरुआत में दक्षिण हिंद महासागर में श्रीलंका के पास देखा गया है। 

पी-8आई ने जंगी जहाज के अलावा चीन की एक नौका को ट्रैक किया है। यह नौका चीन के एंटी-पायरेसी टास्क फोर्स का हिस्सा है। नौका को अदन की खाड़ी में चीन के व्यापारिक जहाजों को सोमालियाई समुद्री डाकुओं से सुरक्षा करने के लिए भेजा गया था। पी-8आई ने नौका की तस्वीर तब ली, जब वह हिंद महासागर से गुजर रही थी।  

‘भारत कड़ी नजर रखे हुए है’
भारतीय नौसेना के अफसरों के मुताबिक, चीनी जंगी जहाजों की हिंद महासागर में मौजूदगी को लेकर हम कड़ी नजर रखे हुए हैं। ये जहाज भारतीय इकोनॉमिक जोन और सामुद्रिक सीमा के पास से गुजरे थे। अफसरों ने आशंका जताई कि चीन किसी भी वक्त अदन की खाड़ी में एंटी-पायरेसी ड्रिल (समुद्री डकैतों को रोकने के लिए) के नाम पर 6 से 7 जंगी जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में उतार सकता है।

सूत्रों ने यह भी बताया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के नियंत्रण वाली नेवी का मुख्य मकसद हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाना है। वे (चीन) यहां अपना प्रभाव इसलिए भी कायम रखना चाहते हैं, क्योंकि ज्यादातर समुद्री व्यापार इसी इलाके से होता है।