अंतराष्ट्रीय

भारत और चीन गलतफहमी ( misunderstanding )से बचने सुन वेइदोंग

नई दिल्ली. चीनी राजदूत सुन वेइदोंग ने दिल्ली से जाते वक्त अपनी विदाई टिप्पणी में भारत-चीन संबंधों को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भारत और चीन के बीच किसी गलतफहमी ( misunderstanding ) से बचने के लिए दोनों के बीच स्थापित संचार चैनलों का पूरा उपयोग करने का आग्रह किया. वेइदोंग ने कहा, ‘हमें संचार और सहयोग बढ़ाना चाहिए. चीन और भारत ने विभिन्न विभागों और स्तरों पर संवाद तंत्र स्थापित किए हैं. हमें सभी संचार चैनलों का पूरा उपयोग करना चाहिए और गलतफहमी तथा गलत अनुमान से बचने के लिए आपसी समझ को गहरा करना चाहिए.’

चीनी राजदूत ने इसके साथ कहा, ‘चीन और भारत एक दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं. चीन और भारत के बीच कुछ मतभेद होना स्वाभाविक है. इसमें सबसे अहम हैं कि हम इन मतभेदों को कैसे संभालते हैं.’ उन्होंने कहा कि हमें यह बात जरूर ध्यान में रखनी चाहिए कि दोनों देशों के सामान्य हित इनके बीच के मतभेदों से ज्यादा हैं. इसलिए दोनों पक्षों को मतभेदों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘चीन-भारत संबंधों को मतभेदों से परिभाषित करने के बजाय, बातचीत और परामर्श के माध्यम से एक उचित समाधान की तलाश करनी चाहिए.’

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया को बेहतर किया है. उन्होंने कहा कि यहां पढ़ाई करने के लिए आने वाले भारतीय छात्रों को 1,800 से अधिक वीजा जारी किए जा चुके हैं. इसके साथ ही कारोबार या पारिवारिक यात्राओं पर आने वाले लोगों के लिए वीजा आवेदनों को फिर से शुरू किया है. वेइदोंग ने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि हमारे दोनों देशों के बीच यात्राओं का अधिक से अधिक आदान-प्रदान होगा.’

चीन के निवर्तमान राजदूत सुन वेइदोंग का कार्यकाल पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच समाप्त हुआ है. चीनी राजदूत ने भारत में अपने तीन साल से अधिक के कार्यकाल को ‘अविस्मरणीय अवधि’ करार दिया है. वेइदोंग ने इससे पहले ट्वीट किया था, ‘भारत में चीनी राजदूत के रूप में सेवा करना मेरे जीवन का अविस्मरणीय समय रहा है. मैं पिछले तीन वर्षों की सभी यादों को संजोए रखूंगा. आपके सहयोग और संयुक्त प्रयास से हम दोनों देशों की दोस्ती सदाबहार रहेगी.’

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