मिर्जापुर के पर्यटन विकास को 131 करोड़ की सौगात, विंध्यधाम क्षेत्र में बनेंगे सुविधा केंद्र और पार्किंग !

लखनऊ -: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जनपद मिर्जापुर में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 13151.06 लाख रुपये की सात परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। ये परियोजनाएं जनपद के जनप्रतिनिधियों और जिलाधिकारी के प्रस्ताव पर स्वीकृत हुई हैं।विंध्यवासिनी धाम के लिए प्रसिद्ध मिर्जापुर में वर्ष भर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजन हेतु आते हैं।
विभाग का उद्देश्य है कि इस धार्मिक पर्यटन को संगठित रूप से विकसित करते हुए श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।पर्यटन मंत्री ने जानकारी दी कि विधायक श्याम नारायण सिंह (विनीत सिंह) के प्रस्ताव पर ग्राम मिलगौर में स्थित प्राचीन शिवाला का पर्यटन विकास 62.54 लाख रुपये से किया जाएगा। वहीं जिलाधिकारी के प्रस्ताव पर विंध्याचल क्षेत्र में मल्टीलेवल पार्किंग एवं पर्यटक सुविधा केंद्र का निर्माण 4562.96 लाख रुपये की लागत से प्रस्तावित है।
इसके साथ ही विंध्यधाम स्थित माँ की पैड़ी का पर्यटन विकास 4676.47 लाख रुपये की लागत से कराया जाएगा।परियोजनाओं की श्रृंखला में उत्तर प्रदेश विंध्यधाम तीर्थ विकास परिषद के कार्यालय का निर्माण 2372.99 लाख रुपये से किया जाएगा। चुनार क्षेत्र में गंगा नदी के दाहिने तट पर बालूघाट पर पक्का स्नान घाट 1179.43 लाख रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।इसके अतिरिक्त, विकासखंड बलापुर के ग्राम डेरवा में प्रसिद्ध दुलारो माता मंदिर का पर्यटन विकास 48.90 लाख रुपये तथा हलिया विकासखंड के ग्राम महूगढ़ में कोटा घाट के समीप कोटारानाथ मंदिर का पर्यटन विकास 47.77 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि सभी परियोजनाओं के लिए कार्यदायी संस्थाएं निर्धारित कर शासनादेश जारी कर दिया गया है। निर्माण कार्यों में समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि निर्माण कार्य समय से पूरा होने पर इन परियोजनाओं का लाभ स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी मिलेगा।