खेती - बारी

Dates Farming: 50,000 की कमाई खजूर के एक पेड़ से

नई दिल्ली: राजस्थान के जैसलमर के रहने वाले राम सिंह बिश्नोई ने अपने खेतों में खजूर के पेड़ लगाए हुए हैं. राजस्थान के जैसलमेर के शास्त्रीनगर गांव में पिता, पुत्र और पोते ने मिलकर खजूर की खेती का एक बेहतरीन उदाहरण कायम किया है. रामवीर सिंह विश्नोई ने यह साबित कर दिखा दिया है कि खजूर के एक पेड़ से सालाना ₹50,000 की कमाई हो सकती है. राजस्थान में खारा पानी है और पानी का लेवल बहुत नीचे है, इसके बाद भी 2000 टीडीएस वाले पानी से उगने वाला खजूर स्वाद में काफी मीठा हो रहा है.

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राजस्थान के इन इलाकों में जहां खेती की संभावनाएं नहीं के बराबर हैं, रामसिंह विश्नोई अपने खेतों में खजूर का पेड़ लगाकर काफी कमाई कर रहे हैं. भारत-पाकिस्तान के सीमा पर बसे चक 24 पीडी में राम सिंह ने 16 एकड़ में खजूर का पेड़ लगाया है. इस इलाके में 11000 खजूर के पेड़ लगाकर रेतीली जमीन को राम सिंह ने आबाद कर दिया है. 1 एकड़ में उन्होंने खजूर के 70 पेड़ लगाए हैं. रामसिंह विश्नोई मेडजूल, खलास, बरही और खूनेजी वैरायटी के खजूर की खेती कर रहे हैं.रामसिंह विश्नोई के 16 एकड़ के खजूर के खेत को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे यह अरब देश का कोई खजूर का बागान हो. रामसिंह विश्नोई के पुत्र ने कहा है कि अगर खजूर की खेती अच्छे तरीके से की जाए और उसके फल को खुद बेचा जाए तो एक पेड़ ₹50,000 तक की कमाई दे सकता है. खजूर के खेत में ऑफशूट तरीके के नए पौधे तैयार किए जा सकते हैं. भारत में सालाना 50,00,00 टन से अधिक खजूर आयात होता है, इस हिसाब से देश में इसकी खेती की भरपूर संभावनाएं हैं और किसानों को इससे काफी फायदा हो सकता है.

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खजूर के पेड़ ऑफशूट, टिशु कल्चर या सीड से तैयार की जा सकती है. खजूर की कई वैरायटी हजार रुपए किलो से ₹1500 प्रति किलो तक मिलती है. खजूर के एक पेड़ में 50 किलो तक खजूर का उत्पादन होता है. अगर जैसलमेर के किसान राम सिंह की बात करें तो 16 एकड़ में 11000 खजूर के पेड़ से उन्हें औसतन 40 किलो प्रति पेड़ तक उपज मिल रही है.

राम सिंह बिश्नोई के पुत्र ने कहा कि अगर आप खजूर उपजाने के बाद उसकी प्रोसेसिंग और मार्केटिंग की जिम्मेदारी उठा लें तो खजूर की खेती देश में सबसे लाभदायक खेती में से एक साबित हो सकती है.

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