अंतराष्ट्रीय

अमेरिका ने ईरान को लगाई फटकार रूस को हथियार भेजना बंद करो

वाशिंगटन: रूस-यूक्रेन के बीच महीनों से जारी जंग और ईरान में महसा अमीनी की मौत के बाद प्रदर्शन और तेज होता जा रहा है. रूस यूक्रेन पर अब ईरानी हथियार की मदद से ताबड़तोड़ हमले कर रहा है, वहीं ईरान प्रदर्शन को दबाने की कोशिशों में जुटा है. इस बीच अमेरिका           (America ) ने बुधवार को ईरान को फटकार लगाई है और यूक्रेनियन को मारने के लिए रूस को हथियार भेजना बंद करने को कहा है. बता दें कि बीते कुछ समय से न केवल कीव और मॉस्को के बीच युद्ध तेज हो गया है, बल्कि रूस और ईरान के रिश्ते भी गहराते नजर आ रहे हैं.

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराईन जीन पियरे ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘हम चिंतित हैं कि मास्को ईरान को विरोध (महसा अमिनी की मौत के खिलाफ हो रहा विरोध प्रदर्शन) को मैनेज करने की सलाह दे सकता है, क्योंकि रूस के पास ऐसे प्रदर्शनों को दबाने का व्यापक अनुभव है. ईरान को हमारा संदेश स्पष्ट है: अपने लोगों को मारना बंद करो, यूक्रेनियन को मारने के लिए रूस को हथियार भेजना बंद करो.’

जैसा कि ईरान में विरोध जारी है और हर गुजरते दिन के साथ हिजाब को लेकर प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है, व्हाइट हाउस के सचिव ने कहा कि प्रशासन अत्यधिक चिंतित है कि रूस तेहरान को महिलाओं के नेतृत्व वाले और सरकार विरोधी विरोधों का प्रबंधन करने के लिए सलाह दे सकता है. बता दें कि ईरान में महसा अमीनी की मौत का मामला और गरमाता जा रहा है. विरोध-प्रदर्शन की आग में ईरान जल रहा है. ईरान के 80 शहरों में महिलाओं का आंदोलन फैल चुका है और सड़कों पर उतरीं महिलाओं ने हिजाब के खिलाफ अपना प्रदर्शन और तेज कर दिया है.

वहीं, अमेरिका ने रूस द्वारा इनकार के दावों का भी खंडन किया कि ईरान यूक्रेन पर अपनी आक्रामकता में हथियारबंद ड्रोन की आपूर्ति कर रहा है. प्रेस सचिव ने कहा कि इस बात का सबूत है कि ईरान रूस को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने में मदद कर रहा है और हथियार भेज रहा है. ईरान के लिए हमारा संदेश बहुत स्पष्ट है, अपने लोगों को मारना बंद करो और यूक्रेनियन को मारने के लिए रूस को हथियार बेचना बंद करो. बता दें कि बीते दिनों यूक्रेन की राजधानी कीव के आसपास के क्षेत्रों में ईरान निर्मित कामिकेज ड्रोन ने हमला किया था.

दरअसल, हिजाब को लेकर 22 वर्षीय महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद ईरान में व्यापक रूप से प्रदर्शन हो रहे हैं. महसा अमीनी (22) की हिरासत में मौत के 40 दिन बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को ईरान के एक उत्तर-पश्चिमी शहर की सड़कों पर प्रदर्शन किया. अमीनी की मौत की घटना ने एक दशक से अधिक समय में ईरान के सबसे बड़े सरकार विरोधी आंदोलन को जन्म दिया है. शिया इस्लाम में मौत के 40 दिन बाद शोक मनाने की परंपरा है. अमीनी के गृहनगर साकेज में भीड़ उसकी कब्र पर जमा हुई.

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