उत्तर प्रदेशराजनीति
सपोर्टर्स ने वाट्सएप पर वायरल की ‘केशव चालीसा’, UP BJP चीफ को CM बनाने की मांग
इलाहाबाद.यूपी बीजेपी चीफ केशव प्रसाद मौर्या के नाम की चालीसा वाट्सएप पर वायरल हो रही है। ये चालीसा केशव प्रसाद मौर्या के सपोर्टर्स ने 2017 के विधानसभा चुनाव में सीएम पद पर उनकी दावेदारी के समर्थन में बनाई है। उनका कहना है कि अगर मौर्या को सीएम पद का उम्मीदवार अनाउंस किया जाता है, तो यूपी में बीजेपी आसानी से सपा और बसपा का खेल बिगाड़ सकती है। क्या है केशव चालीसा…?
– ‘चालीसा’ के रूप में सपोर्टर्स ने लिखा है-
”जय केशन ज्ञान गुण सागर, जय केशव तिहुं लोक उजागर,
यूपी दूत अतुलित बल धामा, मौर्य पुत्र केशव नामा।”
– आगे लिखा है- ”तुम उपकार यूपी पर कीन्हा, कुछ सवारी स्वाग साम कीन्हा। ”
– वहीं, अपोजिशन के नेताओं पर मौर्या का प्रभाव दिखाने के लिए लिखा गया है-
”माया मुलायम थर-थर कांपे, कांग्रेस को चिंता व्यापे,
नासे सपा मिटे बसपाई, खिले कमल फूल भाजपाई,
साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन यूपी दुलारे,
संत रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो भारत के दासा,
यूपी विश्वगुरु बन जावे, जब केशव लखनऊ में आवे,
बसपा-सपा दोनों निकट ना आवे, जब केशव को नाम सुनाबे।”
नासे सपा मिटे बसपाई, खिले कमल फूल भाजपाई,
साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन यूपी दुलारे,
संत रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो भारत के दासा,
यूपी विश्वगुरु बन जावे, जब केशव लखनऊ में आवे,
बसपा-सपा दोनों निकट ना आवे, जब केशव को नाम सुनाबे।”
‘केशव चालीसा’ की नहीं है जानकारी
– मामले में पार्टी लीडरशिप का कहना है कि उन्हें वॉट्सएप पर वायरल हो रही ‘केशव चालीसा’ के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी के एक सीनियर लीडर ने कहा कि हम पार्टी वर्कर्स और सपोर्टर्स की भावनाओं का सम्मान करते हैं।
– लेकिन पार्टी मेंबर्स को समझना चाहिए कि बीजेपी अनुशासन की पार्टी है।
– पार्टी मेंबर्स और किसी नेता के सपोर्टर्स को अपनी बात सामने रखने का अधिकार है, लेकिन उन्हें शिष्टाचार का भी ध्यान रखना चाहिए।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी के एक सीनियर लीडर ने कहा कि हम पार्टी वर्कर्स और सपोर्टर्स की भावनाओं का सम्मान करते हैं।
– लेकिन पार्टी मेंबर्स को समझना चाहिए कि बीजेपी अनुशासन की पार्टी है।
– पार्टी मेंबर्स और किसी नेता के सपोर्टर्स को अपनी बात सामने रखने का अधिकार है, लेकिन उन्हें शिष्टाचार का भी ध्यान रखना चाहिए।